मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है व वह सुसंस्कार में लंबा जीवन जीता है: आचार्य जय स्वरूप
दो दिवसीय कबीर सत्संग महोत्सव का आयोजन
7- प्रतिनिधि, भरगामा भरगामा प्रखंड के अररिया-सुपौल एनएच पेट्रोल पंप के समीप दो दिवसीय कबीर सत्संग महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया. जिसका रविवार को समापन हो गया. जिसमें कबीर मत के आचार्य जय स्वरूप साहेब मुख्य रूप से उपस्थित थे. मौके पर आचार्य जय स्वरूप साहेब ने कहा कि मानव संसार में सबसे श्रेष्ठ प्राणी है, वह संस्कारगत है. इसलिए उसे अच्छी संगति में रहकर सदैव अच्छा काम करना चाहिए. ताकि समाज उनकी यादों को चिरकाल तक संजोकर रख सके व उसी का जीवन सार्थक भी होता है जो देश व समाज के लिए जीता है. आगे उन्होंने कहा कि मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है व वह सुसंस्कार में लंबा जीवन जीता है. मगर आज देश का वातावरण प्रदूषित हो रहा है. जबकि भारतीय संस्कृति के मूल में अहिंसा है. मनन क्षमता के कारण मानव सर्वश्रेष्ठ प्राणी है. जेपी विचार मंच के अध्यक्ष अजय अकेला, पूर्व जिला पार्षद सत्यनारायण यादव ने संतों का पुरजोर स्वागत किया. सत्संग में अभय साहब, वीरेंद्र साहेब, रामस्वरूप साहेब, महेंद्र साहब,उपेंद्र साहेब,चीलानंद साहेव, सदानंद दास ,भवानंद दास, रामदेव दास,योगानंद दास मौजूद थे.
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