जनजातीय गौरव दिवस पर होंगे कई कार्यक्रम

14 विभागों के लगाये जायेंगे स्टाॅल

By Prabhat Khabar News Desk | November 13, 2024 8:56 PM

फोटो:35-समन्वय समिति की बैठक में उपस्थित डीएम व एसपी. प्रतिनिधि, अररिया जिलाधिकारी अनिल कुमार की अध्यक्षता में धरती आबा-जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान डीए-जेजीयूए योजना के बारे में जागरूकता फैलाने व योग्य लाभुकों को इसके लाभ से आच्छादित करने के उद्देश्य से जिलास्तरीय समन्वय समिति की बैठक आयोजित की गयी. समाहरणालय स्थित आत्मन सभागार में आयोजित समन्वय समिति की बैठक में मुख्य रूप से 15 नवंबर को जनजातिय गौरव दिवस के उपलक्ष्य में एक दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम-सह- जागरूकता शिविर के सफल आयोजन पर विस्तृत चर्चा की गयी. गौरतलब है कि सांस्कृतिक कार्यक्रम सह जागरूकता शिविर का आयोजन शहर के टॉउन हॉल में किया जायेगा. इस दौरान आयोजित कार्यक्रम के दौरान कुल 14 विभागों के अलग-अलग स्टॉल लगाये जाने का निर्देश बैठक में जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को दिया. संबंधित विभागों को अपने-अपने विभागीय योजनाओं के संबंध में बैनर पोस्टर, पंपलेट, बुकलेट के माध्यम से व्यापक पैमाने पर प्रचारित व प्रसारित करने के लिये निर्देशित किया गया. साथ हीं उक्त कार्यक्रम में जनजातीय समाज के सभ्रांत, प्रबुद्ध नागरिक, समाजसेवी, कलाप्रेमी, उत्कृष्ट व प्रतिभावान छा-छात्राओं को भी सम्मानित करने का निर्णय बैठक में लिया गया. बैठक में जिला कल्याण पदाधिकारी सहित संबंधित अन्य अधिकारी मौजूद थे. …………… चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई की मांग अररिया. अररिया जिले के बथनाहा थाना क्षेत्र के फेना बेलाही वार्ड संख्या 11 निवास मो वहाब ने राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग नयी दिल्ली को पत्र लिखकर अपने क्षेत्र में कार्य कर रहे डॉक्टर राजेश कुमार के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है. मो वहाब द्वारा राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग नयी दिल्ली को लिखे गये पत्र के माध्यम में बताया गया कि उनके थाना क्षेत्र के ततमा दास टोला में राजेश कुमार नामक व्यक्ति अपने को एमबीबीएस चिकित्सक बताकर अवैध रूप से निजी क्लिनिक का संचालित कर रहे हैं. रोगी के प्रिस्क्रिप्शन में खुद को एमबीबीएस पटना का डिग्री होल्डर बता रहे हैं. आवेदन में कहा है कि चिकित्सक राजेश कुमार मूल रूप से अररिया जिले के फुलकाहा थाना क्षेत्र के नवाबगंज का रहने वाले हैं. उन्होंने बताया कि राजेश द्वारा फर्जी रूप से अपने क्लिनिक के संचालन व दवा दुकान के संचालन के लिये पदाधिकारियों को मोटी रकम देता है. सिविल सर्जन डॉ केके कश्यप ने कहा कि लेटर के बारे में कोई जानकारी नहीं है. अगर ऐसी बात है तो लेटर मिलने के बाद जांच कर कर आवश्यक कार्रवाई की जायेगी.

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