ग्रामीण चिकित्सक की लापरवाही ने ली महिला की जान
परिजनों को समझाने का हो रहा प्रयास
परिजनों को समझाने का हो रहा प्रयास
परवाहा. रानीगंज थाना क्षेत्र के भोड़हा पंचायत के वार्ड संख्या 07 कमतहा भीत्ता टोला निवासी एक महिला को ग्रामीण चिकित्सक से इलाज कराने की कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ी. जानकारी के मुताबिक भोड़हा पंचायत के वार्ड संख्या सात निवासी बाबूलाल दास ऋषिदेव की पत्नी शांति देवी( 40) का अचानक तेज बुखार आ गया था. इस बाबत परिजनों ने उसे इलाज के लिए रानीगंज स्थित बस स्टैंड में एक ग्रामीण चिकित्सक के निजी क्लिनिक पर लाया. जहां ग्रामीण चिकित्सक राजेश हांसदा बेलगच्छी वार्ड संख्या दो निवासी के द्वारा शांति देवी को एक सूई दी गयी. सूई लगते ही शांति देवी की स्थिति बिगड़ने लगी. उसकी नाजुक स्थिति को देखते हुए परिजन उसे इलाज के लिए रानीगंज रेफरल अस्पताल लेकर आ ही रहे थे कि अचानक रास्ते में ही शांति देवी ने दम तोड़ दिया. उसकी मौत से परिजनों का रो -रो कर बुरा हाल है. इधर मामले में पीड़ित परिजनों को लाभ देने के लिये स्थानीय स्तर पर परिजनों को समझाने का प्रयास पंचायत के प्रतिनिधियों के द्वारा किया जा रहा है.मृतक के परिजनों को समझाने का चल रहा प्रयास
हालांकि घटना को लेकर स्थानीय स्तर पर समझौता किये जाने की बात भी चर्चा में है. जानकारी यह है कि पंचों के द्वारा मृतक शांति की मौत के एवज में 75 हजार रुपये तय किये गये. बताया गया कि 30 हजार रुपये अग्रिम देकर मृतक के परिजनों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन मामला अभी तक शांत नहीं हुआ है. अब सवाल उठता है कि जब जवाबदेहग हीं इस प्रकार से ग्रामीण चिकित्सक का मनोबल बढ़ायेंगे तो फिर सरकार का अवैध क्लिनिक पर कार्रवाई की मुहिम कसे सफल होगी. इधर रेफरल अस्पताल प्रभारी डॉ.रोहित कुमार ने बताया कि मामले की जांच कर अवैध क्लिनिक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. वहीं थानाध्यक्ष संजय कुमार ने बताया कि मामले को लेकर आवेदन मिलने के बाद कार्रवाई की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है