फारबिसगंज तेरापंथी सभा की नयी कार्यकारिणी गठित
महेंद्र बैद बने तेरापंथी सभा के अध्यक्ष
महेंद्र बैद बने तेरापंथी सभा के अध्यक्ष फारबिसगंज. फारबिसगंज तेरापंथी सभा के नई कार्यकारिणी का गठन किया गया. तेरापंथी सभा के द्वारा आयोजित साधारण सभा के दौरान ही सर्वसम्मति से महेंद्र बैद को संस्था का निर्विरोध अध्यक्ष मनोनीत किया गया. मौके पर बताया गया कि अल्पसंख्यक जैन धर्मावलंबियों का फारबिसगंज इस क्षेत्र में मुख्य केंद्र है. जैन धर्म के चारों संप्रदायों में यहां सर्वाधिक सशक्त है तेरापंथ सांप्रदाय. इस संप्रदाय की विशेषता इसमें एक ही सर्वोपरि आचार्य का होना है. विधान के अनुसार इसके अध्यक्ष का कार्यकाल दो वर्षों का होता है. कोई भी अध्यक्ष लगातार दो कार्यकाल से अधिक तक अपने पद पर नहीं रह सकता. निवर्तमान अध्यक्ष निर्मल जी मरोठी अपने 2-2 वर्षों के दो लगातार कार्यकाल संपन्न कर चुके हैं. इस वैधानिक बाध्यता के चलते समाज ने महेंद्र बैद को अध्यक्ष बनने के लिए दबाव देकर सहमत किया और वे संस्था की साधारण सभा में निर्विरोध अध्यक्ष मनोनीत हुए. इस वर्ष इस संप्रदाय के आचार्य श्री महाश्रमण जी की विदुषी सुशिष्या साध्वी श्री स्वर्ण रेखा जी का चतुर्मास फारबिसगंज में सुनिश्चित है. निरंतर पाद विहारी वे साध्वी श्री जी वर्तमान में नेपाल के विराटनगर में प्रवास कर रही हैं. नवनियुक्त अध्यक्ष अपनी नई कार्यकारिणी के साथ आशीर्वाद और शक्तिपात के लिए उनके सान्निध्य में शपथ ग्रहण करने के लिए गत दिनों विराटनगर पहुंचे. महेंद्र बैद ने मुकेश उर्फ बंटी राखेचा प्रथम उपाध्यक्ष, रामलाल डागा द्वित्तीय उपाध्यक्ष, मनोज भंसाली को सचिव व हेमंत चिंडालिया को कोषाध्यक्ष नियुक्त किया.सुशील घोषल प्रथम सहमंत्री, दीपक समदरिया द्वितीय सहमंत्री, ललित डागा संगठन मंत्री व आलोक दुगड़ दिग्दर्शक मनोनीत हुए.
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