पहाड़ों पर रोपवे लगाने का ग्रामीण कर रहे विरोध
मांग नहीं मानी तो जायेंगे हड़ताल पर
प्रदर्शनकारियों ने मांग ना मानने की पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की कही बात 12- प्रतिनिधि, जोगबनी पाथिभारा व तापलेजुंग में केवल कार निर्माण के निर्णय के खिलाफ सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जायेंगे. नेपाल के लोगों के अनुसार ये पहाड़ी क्षेत्र उनके लिए स्वर्ग है व स्वर्ग के संरक्षण के लिए संघर्षरत संगठनों व राजनीतिक दलों के आह्वान व केवल कार को रद्द करने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. वहीं प्रदर्शनकारी सुमित्रा राय ने अपनी मांग को रखते हुए कहा की विरोध प्रदर्शन के दौरान घायल हुए लोगों का इलाज किया जाए व केबल कार निर्माण की योजना रद्द किया जाय. उन्होंने कहा, हमारी मांग सिर्फ कारें नहीं हैं यदि हमारी मांगें पूरी नहीं की गईं तो हम आम हड़ताल पर चले जाएंगे. वहीं एक अन्य प्रदर्शनकारी निकराम लिम्बू ने कहा कि उन्हें सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ा. क्योंकि जब उन्होंने केबल कार योजना को रद्द करने की मांग की तो उनकी बात अनसुनी कर दी गई. लोगों ने कहा की केबल कार के चालू होने से इस क्षेत्र की पहचान मिट जायेगी. उन्होंने चेतावनी दी कि विरोध प्रदर्शन के दौरान आवश्यक सेवाएं प्रभावित नहीं होंगी लेकिन अगर सरकार ने दो दिनों के भीतर इस मुद्दे का समाधान नहीं किया तो विरोध प्रदर्शन तेज हो जायेगा. प्रदर्शनकारियों ने रविवार व सोमवार को सुनसरी सहित नौ पूर्वी जिलों में बंद का आह्वान किया गया है. बंद के कारण सुनसारी, मोरंग, झापा, इलाम, पंचथर, तापलेजूंग, धनकुटा, तेहराथुम व संखुवासभा प्रभावित होंगे. प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरकर नारे लगा रहे हैं कि हमें केबल कार की जरूरत नहीं है.
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