कृषक सम्मान निधि के तहत प्राप्त 3.35 लाख आवेदनों में से 2.17 हजार आवेदन स्वीकृत
कृषक सम्मान निधि के तहत प्राप्त 3.35 लाख आवेदनों में से 2.17 हजार आवेदन स्वीकृत
अररिया: जिले में इस साल 94 हजार हेक्टेयर भू-भाग पर धान की खेती का लक्ष्य निर्धारित है. जानकारी अनुसार अब तक 74 प्रतिशत बिचड़ा आच्छादन का कार्य जिले में संपन्न हो चुका है. तो निर्धारित भूमि के 04 प्रतिशत हिस्से में धान रोपनी का कार्य संपन्न हो चुका है.जिले में धान की बेहतर पैदावार सुनिश्चित कराने के लिये जिला कृषि टास्क फोर्स की बैठक गुरुवार को आयोजित की गयी. जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में खरीफ फसलों के बेहतर उत्पादन को लेकर कृषि विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की इसमें गहन समीक्षा की गयी.
बैठक में श्री विधि व जीरो टीलेज विधि से धान का उत्पादन, तनावरोधी प्रभेद, प्रत्यक्ष पैडी ट्रांसप्लांट सहित अनुदानित दर पर धान के बीज वितरण सहित मुख्यमंत्री तीव्र बीज विस्तार योजना के तहत धान व अरहर के बीच का वितरण सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया. टास्क फोर्स की बैठक में प्रधानमंत्री कृषक सम्मान निधि योजना के समीक्षा में पाया गया कि अब तक उक्त योजना के तहत जिले के कुल तीन लाख 35 हजार 247 किसानों ने आवेदन किया है. इसमें दो लाख 17 हजार 390 को स्वीकृति प्रदान करते हुए विभाग को भेजा जा चुका है.
इसके अतिरिक्त कृषि विभाग के एसी स्तर पर 22 हजार 112 आवेदन फिलहाल लंबित हैं. तो अंचलाधिकारी स्तर पर 22 हजार 742 आवेदन लंबित होने की बात कही गयी. लंबित आवेदनों को जल्द निष्पादित करने का आदेश संबंधित अधिकारियों को बैठक में दिया गया. इसी तरह कृषि इनपुट अनुदान के अंतर्गत 13108 किसानों को कुल तीन करोड़ 19 लाख 50 हजार 467 रुपये डीबीटी के माध्यम से हस्तानांतरित किये गये हैं. बैठक में सहायक निदेशक उद्यान को यह निर्देशित किया गया कि वे मधुमक्खी पालन के लिये किसानों का जीविका के माध्यम से चयन सुनिश्चित कराते हुए उन्हें कृषि विज्ञान केंद्र के माध्यम से जरूरी प्रशिक्षण उपलब्ध कराये. इसके लिये दो पंचायतों का कलस्टर के रूप में चयनित करने का निर्देश दिया गया.
इसके साथ ही सहायक निदेशक को एक गांव का चयन कर सर्वे के आधार पर ये पता लगाने को कहा गया कि मिट्टी जांच से किसानों को क्या लाभ हुए हैं. बैठक में जिलास्तर पर टिड्डी के आतंक से निपटने के लिये किये गये तैयारियों की चर्चा बैठक में की गयी. टिड्डी से बचाव को लेकर आगामी 12 जुलाई को मॉक ड्रील के आयोजन का निर्णय लिया गया. टिड्डी से बचाव के तोर-तरीकों को लेकर पंचायत स्तर पर लोगों को जागरूक करने का निर्देश बैठक में दिया गया.