बथनाहा : बथनाहा के सभी रैक प्वाइंट में सामग्री की डिलिवरी ओवरलोड कह कर की जा रही है. इससे निराश वाहन चालक बताते हैं कि ट्रैक्टर की लोडिंग क्षमता दस टन होती है. वहीं सीमेंट डीलर द्वारा व रैक प्वाइंट मुंशी द्वारा जबरन 20 टन लोड किया जा रहा है. विरोध करने पर लोडिंग नहीं मिल पाती है. ओवरलोड के कारण डर लगा रहता है कि ट्रैक्टर का टायर ब्रस्ट कर जाये या अन्य दुर्घटना हो जाये तो क्या करेंगे. हालांकि दुर्घटनाओं का होना तो आम बता है.
बावजूद ट्रैक्टर चालक व मालिक के पास ओवरलोडिंग करने के सिवा दूसरा कोई विकल्प नहीं होने के कारण चुपचाप लोडिंग कर ट्रैक्टर लेकर जाना पड़ता है. दूसरी बात यह की डबल लोड पर भाड़ा भी कम से कम डबल होना चाहिए था. जब इस संदर्भ में पूछताछ करने पर सीमेंट डीलर व रैक प्वाइंट के मुंशी ने साफ इनकार कर दिया. कहा कि वे इस संबंध में कुछ नहीं बोल सकते.
यहां ऐसा ही चलता है, अगर ओवरलोड नहीं किया जायेगा तो बचत कहां से होगा: वहीं एफसीआइ का जो सामान आता है, उसका भी वहीं रवैया रहता है. बता दें कि एफसीआइ में ट्रैक्टर का इस्तेमाल नहीं होता है. सिर्फ ट्रक ही इस्तेमाल किया जा सकता है. एफसीआइ ओवरलोडिंग के संदर्भ में जब अनमोल मिश्रा जो कि रैक प्वाइंट पर ट्रक चालक व अन्य स्टाफ को चलाते हैं से पूछे जाने पर उन्होंने कहा, यहां ऐसा ही चलता है, अगर ओवरलोड नहीं किया जायेगा तो बचत नहीं हो पाता है. हमारे सभी पदाधिकारियों से बात होती है.
डीटीओ ने कहा बोल देता हूं, नहीं होगा ओवरलोड: वहीं कुछ स्थानीय लोग व दुकानदारों का कहना है इस रैक प्वाइंट में जो भी वाहन चलता है उसके कारण काफी प्रदूषण का सामना करना पड़ता है. धूल मिट्टी का सामना करना पड़ता है. इतना ही नहीं यह वाहन जब रोड मार्ग पर जाती है तो उसमें भी धूल उड़ाते जाती है. बथनाहा रेलवे स्टेशन से भदेश्वर नहर तक धूल मिट्टी से कोहरा से छा जाता है.
ओवरलोडिंग की जानकारी बथनाहा ओपी अध्यक्ष को दी गयी तो उन्होंने भी अपना पल्ला झाड़ लिया. कहा यह मेरी कार्यशैली से बाहर है. वहीं जब डीटीओ सबल कुमार को बथनाहा रैक प्वाइंट में चल रही मनमानी व ओवरलोडिंग की शिकायत की गयी तो उन्होंने कहा कि मैं मोबाइल से बोल देता हूं, ओवरलोड़िंग नहीं किया जायेगा.
posted by ashish jha