पारा पहुंचा 40 डिग्री पार, सूख रहे हलक
फारबिसगंज. उमस भरी गर्मी के इस मौसम में फारबिसगंज सहित आसपास के क्षेत्रों का पारा बढ़ कर शुक्रवार को 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच जाने से लोग काफी परेशान
फारबिसगंज. उमस भरी गर्मी के इस मौसम में फारबिसगंज सहित आसपास के क्षेत्रों का पारा बढ़ कर शुक्रवार को 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच जाने से लोग काफी परेशान दिखे. गर्मी के इस मौसम में लोगों के हलक को तर करने व प्यास बुझाने के लिए शहरी ही नहीं ग्रामीण क्षेत्रों के भी सार्वजनिक स्थानों पर लगाये गये अधिकांश नलकूप व चापाकल खराब दिख रहे हैं. शहरी क्षेत्र में तो पोस्ट ऑफिस चौक से पटेल चौक तक लगभग दस चापाकल व नल कूप है. वहीं सुभाष चौक से से पटेल चौक तक भी चार पांच चापाकल है. सबसे आश्चर्य की बात तो ये है कि शहर में अधिकांश जगहों पर लगा चापाकल व नल कूप खराब पड़ा है. शहर में कई सार्वजनिक स्थलों पर लगे चापाकल के खराब रहने के कारण लोगों की प्यास नहीं बुझ रही है. अधिकांश नलकूप व चापाकल का तो खुद ही इस गर्मी के मौसम में हलक सूख रहा है. जानकारों की माने तो भारत- नेपाल के सीमा पर स्थित फारबिसगंज अनुमंडल का फारबिसगंज शहर एक बड़ा व्यवसायिक मंडी है. जहां प्रतिदिन ना केवल अनुमंडलीय क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों से बल्कि आसपास के जिला से भी हजारों की संख्या में लोग प्रतिदिन खरीददारी करने के लिए आते हैं. शहर का सबसे बड़ा व्यापारिक मंडी मुख्य बाजार सदर रोड,एसके रोड छुआपट्टी,सदर रोड, मार्केटिंग यार्ड,पुरानी बस स्टैंड रोड सहित शहर के अन्य बाजारों में खरीददारी के लिए सुबह होते ही पहुंचते हैं. बाजारों में खरीदारों की भीड़ लगी रहती है. लेकिन बाहर से खरीददारी करने के लिए आने वाले लोगों को इस उमस भड़ी गर्मी के मौसम में यदि प्यास लग जाय तो सार्वजनिक स्थलों पर लगे नल कूप व चापाकल जाते है तो नल कूप व चापाकल क्या प्यास बुझायेगा. उनके हलक खुद सूखे व बीमार नजर आता है.
अनुमंडलीय अस्पताल में भी शीतल पेयजल मशीन खराब
जहां एक तरफ शहर में सड़क किनारे व चौक चौराहों पर लगे हुए नल कूप व चापाकल में अधिकांश नल कूप व चापाकल खराब है. वहीं अनुमंडलीय अस्पताल फारबिसगंज में सांसद निधि क्षेत्र विकास योजना के तहत स्थानीय सांसद प्रदीप कुमार सिंह के द्वारा लगवाया गया शीतल पेयजल मशीन भी जहां रख रखाव देख रेख व रखरखाव के अभाव में खराब पड़ा है. शीतल पेयजल मशीन के खराब रहने के कारण इस उमस भरी गर्मी के मौसम में इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल आने वाले मरीजों या उनके साथ आये लोगों को प्यास लग जाये तो वह पानी के लिए भटकते नजर आते हैं.
सड़कों पर निकलना हुआ मुश्किल
तापमान के बढ़ने के कारण वे धूप की तपिश गर्म हवा के कारण जहां सड़कों पर लोगों का निकलना मुश्किल हो गया है. वहीं उमस भरी गर्मी गर्म हवा के कारण लोगों के हलक सूखने लगे हैं. बढ़ती गर्मी के कारण के कारण जहां लोगों के सड़कों पर कम निकलने के कारण शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कें सुनसान नजर आ रही है. लोग अपने प्रतिष्ठानों, मकानों व छायेदार वृक्षों के नीचे गर्मी से राहत महसूस करने के लिए बैठे नजर आ रहे हैं. बढ़ते तापमान भीषण उमस भरी गर्मी गर्म हवाओं के थपेड़ों के कारण लोग बीमार भी पड़ रहे हैं खास कर इस बढ़ती गर्मी के कारण वृद्ध लोगों व बच्चों को काफी परेशानी हो रही है और लोग बीमार पड़ रहे हैं.बढ़ते तापमान व उमस भरी गर्मी, तपती धूप व गर्म हवाओं के थपेड़ों से परेशान लोग शहर के सड़कों पर गन्ना के रस, लस्सी, शीतल पेयजल, आइसक्रीम,मौसमी फलों की दुकानों को ढूंढते नजर आते हैं. सड़क के फुटपाथ पर लगी गन्ना के रस की दुकान हो या सत्तू,आइसक्रीम,शीतल पेयजल की दुकानें हो सभी जगह लोगो की भीड़ लगी रहती है. मई के महीने में ही पारा 40 डिग्री तक पहुंच जाने व तेज धूप के साथ उमस भरी गर्मी पड़ने शहर में अधिकांश नप कूप चापाकल के खराब पड़े रहने व नप द्वारा सार्वजनिक स्थलों पर शीतल पेयजल की कोई व्यवस्था नहीं किये जाने पर शहर के लोगों ने अपनी अपनी प्रतिक्रिया दी है. समाजसेवी इजहार अंसारी ने कहा कि बढ़ती गर्मी को देखते हुए नप प्रशासन को शहर के सार्वजनिक स्थलों पर खराब पड़े चापाकल व नल कूप को सही कराना चाहिए. जगह जगह शीतल पेयजल की व्यवस्था करनी चाहिए. जबकि गुमटी दुकानदार संघर्ष समिति के अध्यक्ष आफताब आलम ने भी नप प्रशासन से मांग की है कि शहर में खराब पड़े नल कूप व चापाकल को दुरुस्त कराया जाये. जबकि युवा व्यवसायी अविनाश कनोजिया अंशु ने कहा कि नप प्रशासन को खराब पड़े नल कूप व चापाकल को दुरुस्त करना चाहिए. लेकिन इस ओर ध्यान नही दिया जा रहा है. समाजसेवी शहबाज खान ने कहा कि जिस प्रकार से पारा बढ़ रहा है गर्मी पड़ रही है इसको देखते हुए नप प्रशासन को ना केवल शहर में जगह जगह खराब पड़े नलकूप व चापाकल को दुरुस्त करना चाहिए. बल्कि आम राहगीरों के लिए शीतल पेयजल का इंतजाम कराना चाहिए.
कहती हैं नप की मुख्य पार्षद
इस संदर्भ में पूछे जाने पर नप की मुख्य पार्षद वीणा देवी ने कहा कि शहर में लगे लगभग सभी चापाकल सही है. यदि एक दो चापाकल कही खराब है तो उसे सही कराया जा रहा है. साथ ही शहर में सभी सार्वजनिक स्थलों पर राहगीरों व आमलोगों के लिए नप प्रशासन के द्वारा शीतल पेयजल का व्यवस्था किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि नप प्रशासन का प्रयास है कि लोगों को इस उमस भरी गर्मी के मौसम में शीतल पेयजल उपलब्ध हो.
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