परमान नदी तटबंध की हुई मरम्मत

तटबंध में सुरंग के जरिये पड़ गयी थी दरार

By Prabhat Khabar News Desk | July 13, 2024 6:52 PM

तटबंध में सुरंग के जरिये पड़ गयी थी दरार, मंडरा खतरा फोटो:31-बांध की मरम्मत करते मजदूर. फोटो:33-प्रभात खबर में प्रकाशित खबर. प्रतिनिधि, बथनाहा बथनाहा पंचायत के दीपौल गावं वार्ड संख्या 16 स्थित जर्जर तटबंध में बने दर्जनों सुरंग व सड़क की मरम्मति को लेकर प्रभात खबर ने प्रमुखता से खबर प्रकाशित किया तो विभाग की नींद टूटी व तटबंध की मरम्मति का कार्य शुरू किया. विभाग को प्रभात खबर के माध्यम ये तीन दिन पहले अवगत कराया गया था, इसके बाद विभाग हरकत में आयी व जेसीबी मशीन की मदद से बने सुरंगों में मिट्टी भरकर मरम्मति कार्य मनरेगा विभाग द्वारा की गयी. बताते चलें कि दीपौल गांव में बांध क्षतिग्रस्त होकर रोड़ पर बड़े-बड़े गड्डे व सुरंग बन गया था. जिनकी मरम्मति बाढ़ के पूर्व विभाग से ग्रामीण लगातार अपनी मांग कर रहे थे. खबर छपने के बाद ग्रामीणों को थोड़ी से निजात मिली है. ग्रामीणों की मांग है कि जल्द से जल्द तटबंध को मजबूत कर अच्छे सड़क का निर्माण हो. सरंपच प्रतिनिधि मुख्तार आलम ने कहा किप्रभात खबर की टीम को धन्यवाद देते हुये बताया कि परमान नदी तटबंध के किनारे में तेज पानी की रफ्तार की वजह से रोड़ पूरा टूट गया. अगर इसी तरह कुछ दिन और बारिश हुई तो बांध भी टूट जाता, तत्काल अभी मरम्मति कार्य हो रहा है. पीआरएस राजेश देव ने कहा कि अभी बाढ़ से बचाव के लिए परमान नदी के तटबंध में बने सुरंग को मिट्टी भरकर मरम्मत की जा रही है, आगे सड़क में ईंट का रावीश (धूल) डाल कर चलने योग्य बनाया जायेगा. बताया कि आगे विभाग से स्वीकृति होने के बाद पक्की काम भी कराया जायेगा. “““““ फर्जी जाति प्रमाण पत्र पर नौकरी करने का आरोप अररिया. मध्य विधालय खैरखा फारबिसगंज के सहायक शिक्षक मो मुश्ताक आलम के द्वारा फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी लेने का शिकायत बिहार विकास युवा मोर्च के अध्यक्ष सह आरटीआइ एक्टिविस्ट प्रसेनजीत कृष्ण ने अररिया डीएम से किया है. डीएम को दिये आवेदन में बताया गया है कि मो मुस्ताक आलम पिता स्व खलील “शेख ” जाति से आते हैं. लेकिन वर्ष 2005 में मो मुस्ताक आलम ने प्रखंड शिक्षक के रूप में फर्जी जाति प्रमाण पत्र में धुनिया जाति का लगाकर नौकरी प्राप्त कर लिया. जबकि इनका खतियान, केवाला व जमीन का रसीद में जाति में शेख दर्ज है, तो फिर किस आधार पर इसके द्वारा धुनिया जाति प्रमाण पत्र बनाया गया, यह जांच का विषय है. प्रसेनजीत कृष्ण ने कहा कि मुस्ताक आलम के द्वारा पूर्व में भी फर्जीवाड़ा कर एक नेपाली नागरिक को अपना भाई बताकर फर्जी पासपोर्ट बना लिया था, जो मामला पूर्व में उजागर हो चुका है. मोर्चाध्यक्ष कृष्ण ने मो मुस्ताक आलम के दस्तावेज की जांच फारबिसगंज अनुमंडल पदाधिकारी से कराकर उचित कानूनी कार्रवाई की मांग डीएम से किया है.

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