रेलवे पीआरएस काउंटर के बंद रहने से रेल टिकट रिफंड कराने वाले यात्री हो रहे परेशान
फारबिसगंज रेलवे स्टेशन पर स्थित रेल टिकट आरक्षण केंद्र के बंद रहने व सीएस सहित आरक्षण केंद्र में बैठने वाले रेल कर्मचारियों के यही उपलब्ध रहने के कारण रेलवे टिकट रिफंड कराने के लिए रेल यात्रियों को प्रतिदिन फारबिसगंज रेलवे स्टेशन के रेल टिकट आरक्षण केंद्र का चक्कर लगाना पड़ता है.
फारबिसगंज रेलवे स्टेशन पर स्थित रेल टिकट आरक्षण केंद्र के बंद रहने व सीएस सहित आरक्षण केंद्र में बैठने वाले रेल कर्मचारियों के यही उपलब्ध रहने के कारण रेलवे टिकट रिफंड कराने के लिए रेल यात्रियों को प्रतिदिन फारबिसगंज रेलवे स्टेशन के रेल टिकट आरक्षण केंद्र का चक्कर लगाना पड़ता है. निराश होकर घर लौट जाना पड़ता है. सोमवार को ऐसा ही नजारा फारबिसगंज रेलवे स्टेशन के रेल टिकट आरक्षण केंद्र पर देखने को मिला. जहां कई यात्री बंद पड़े काउंटर के सामने टिकट रिफंड कराने के लिए सुबह से घंटो खड़े रहे व काउंटर के बंद रहने व काउंटर पर किसी भी रेल कर्मी के नहीं उपलब्ध रहने के कारण थक हार कर टिकट रिफंड कराने के लिए आये सभी यात्रियों को वापस अपने घर जाना पड़ा. टिकट रिफंड कराने के लिए आये रेल यात्रियों में बथनाहा अमौना निवासी मो लुतफुर्रहमान ने बताया कि जोगबनी से विजयवाड़ा का टिकट बनाया था. जिसे रिफंड कराने के लिए पिछले 10 दिनों से फारबिसगंज रेलवे स्टेशन के पीआरएस काउंटर का चक्कर काट रहे हैं. मगर टिकट रिफंड नहीं हुआ.
उन्होंने कहा कि पूर्णिया भी गये मगर टिकट के फारबिसगंज में रिफंड होने की बात कह कर लौट दिया गया. जबकि रानीगंज महचंदा गांव निवासी अबुबकर ने बताया कि वे जोगबनी से आनंद विहार दिल्ली का टिकट रिफंड कराने के लिए व फैजुर्रहमान ने कहा वे आंनद विहार से फारबिसगंज का टिकट रिफंड कराने के लिए व ढ़ोलबज्जा कि एक महिला ने बतायी की वे जोगबनी से आनंद विहार के टिकट को रिफंड कराने के लिए विगत कई दिनों से फारबिसगंज रेलवे स्टेशन के रेल टिकट आरक्षण केंद्र अर्थात पीआरएस का चक्कर लगा रहे हैं. मगर कभी पीआरएस खुला रहता है तो राशि नहीं रहने की बात कह कर लौट दिया जाता है. मगर अधिकांश दिन तो पीआरएस के बंद रहने व किसी के नही मिलने के कारण घंटों इंतजार कर परेशान होकर बैरंग घर लौट जाना पड़ा है. परेशान लोगों ने बताया कि लॉकडाउन में वैसे भी उनलोगों के सामने आर्थिक परेशानी है. यदि टिकट रिफंड हो जाता है तो राशि कुछ काम आयेगा. मगर वे लोग थक चुके हैं.
दौड़-दौड़ कर बहरहाल बातें जो भी हो मगर रेलवे स्टेशन के आरक्षण केंद्र पर रेल कर्मचारी के व सीएस के उपलब्ध नहीं रहने से लोग परेशान हो रहे हैं मगर इन परेशान लोगों की परेशानी समझने वाला कोई नही है. हालांकि इस संदर्भ में जब स्टेशन प्रबंधक मनोज कुमार झा से जानकारी लेना चाहा तो उन्होंने गोल-मटोल जानकारी देते हुए इस मामले को गंभीरता से लेने व कल काउंटर खुलवा कर टिकट रिफंड करवाने का प्रयास करने की बातें कही.