कायाकल्प प्रमाणीकरण को लेकर सदर अस्पताल का हुआ पियर एसेसमेंट
स्वच्छ माहौल में बेहतर सेवा उपलब्ध कराना प्राथमिकता
तीन सदस्यीय अधिकारियों की टीम ने एसेसमेंट के नतीजों पर जताया संतोष
18- प्रतिनिधि, अररियाकायाकल्प भारत सरकार के स्वास्थ्य व कल्याण विभाग की एक महत्वपूर्ण पहल है. इसका उद्देश्य सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में स्वच्छता व संक्रमण नियंत्रण संबंधी मानकों को मजबूती प्रदान करना है. इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए जिला स्वास्थ्य समिति सुपौल के तीन सदस्यीय टीम ने कायाकल्प प्रमाणीकरण के उद्देश्य से सदर अस्पताल का पीयर एसेसमेंट किया गया. तीन सदस्यीय टीम में जिला अस्पताल सुपौल के अस्पताल प्रबंधक अभिनव आनंद सहित एक माइक्रोबाईलोजिस्ट, अस्पताल के स्टॉफ नर्स धीरज कुमार शामिल थे. इस दौरान डीसीक्यूए डॉ मधुबाला, अस्पताल अधीक्षक डॉ आकाश, अस्पताल प्रबंधक विकास आनंद, अस्पताल के माइक्रोबायॉलोजिस्ट धीरज कुमार, यूनिसेफ के एडीसी राकेश कुमार सहित अस्पताल के अन्य अधिकारी व कर्मी मौजूद थे.
स्वच्छता व संक्रमण नियंत्रण के प्रयासों को बढ़ावा देना उद्देश्य
पियर एसेसमेंट के दौरान तीन सदस्यीय स्वास्थ्य अधिकारियों की विशेष टीम ने सदर अस्पताल के साफ-सफाई व स्वच्छता संबंधी इंतजाम, मरीजों को मिलने वाली सुविधाएं, संक्रमण नियंत्रण संबंधी उपाय व चिकित्सकीय उपकरणों के रख-रखाव संबंधी इंतजाम का बारिकी से मुआयना किया. डीपीएम संतोष कुमार ने बताया कि निरीक्षण के क्रम में टीम के सदस्यों ने संतोष जाहिर किया है. उन्होंने बताया कि सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में स्वच्छता व संक्रमण नियंत्रण के प्रयासों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कायाकल्प योजना की शुरूआत की गयी है. विभिन्न स्तरों पर अनुश्रवण व मूल्यांकन के बाद संबंधित संस्थान को कायाकल्प प्रमाणीकरण प्राप्त होता है. बेहतर प्रदर्शन करने वाले स्वास्थ्य संस्थानों को विभिन्न श्रेणियों के तहत प्रोत्साहन व प्रमाणपत्र उपलब्ध कराया जाता है.मरीजों को सुरक्षित माहौल उपलब्ध कराना हमारी प्रतिबद्धता
अस्पताल प्रबंधक विकास आनंद ने बताया कि मूल्यांकन के नतीजों पर मूल्यांकनकर्ताओं ने संतोष जाहिर किया है. उन्होंने बताया कायाकल्प प्रमाणीकरण सरकारी चिकित्सा संस्थानों के स्वच्छ, सुरक्षित व उच्च मानकों के अनुरूप संचालन का प्रमाण है. प्रमाणीकरण हासिल करने के लिये अस्पताल प्रबंधन लगातार प्रयासरत है. इसके लिए अस्पताल में स्वच्छता व संक्रमण नियंत्रण संबंधी उपायों के साथ-साथ पेयजल व स्वच्छ पेयजल का इंतजाम, रोगियों की सुरक्षा व सुविधाओं का विशेष ध्यान रखते हुए मरीजों को सुरक्षित व सुंदर वातावरण उपलब्ध कराने के प्रति विभाग प्रतिबद्ध है.सख्ती पूर्वक हो रहा निर्धारित मानकों का अनुपालन
अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक डॉ आकाश राज ने बताया कि कायाकल्प प्रमाणीकरण को लेकर अस्पताल में नियमित रूप से बायोमेडिकल वेस्ट के कुशल प्रबंधन के साथ-साथ संक्रमण नियंत्रण संबंधी उपायों का सख्ती पूर्वक पालन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि प्रमाणीकरण के साथ-साथ मरीजों को स्वच्छ व सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराना विभाग के प्रारंभिक लक्ष्यों में शामिल है.
टीम वर्क के लिए अस्पताल की पूरी टीम बधाई के पात्र
सिविल सर्जन डॉ केके कश्यप ने बताया कि कायाकल्प योजना के तहत पहले इंटरनल एसेसमेंट, दूसरे चरण में पियर एसेसमेंट व तीसरे चरण में राज्य स्तरीय विशेष टीम द्वारा संस्थान का एसेसमेंट किया जाता है. पियर एसेसमेंट में हमारा प्रदर्शन शानदार रहा है. राज्यस्तरीय एसेसमेंट में भी बेहतर प्रदर्शन के प्रति हमारी टीम पूरी तरह आश्वस्त है. सदर अस्पताल के स्वास्थ्य अधिकारी, नर्सिंग स्टाफ, वार्ड अटेंडेंट व सफाई कर्मी सभी इसके लिए बधाई के पात्र हैं. हाल के दिनों में जिला अस्पताल में मरीजों की सेवा व सुविधाओं के मामले में अप्रत्याशित सुधार हुआ है. हर मरीज को स्वच्छ व सुरक्षित माहौल में बेहतर चिकित्सकीय सेवा उपलब्ध कराने की दिशा में हमारा प्रयास निरंतर जारी है.
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