विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर हुआ जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
अत्यधिक तनाव हमारे सोचने, समझने की क्षमता को प्रभावित करता है.
अररिया मानसिक स्वास्थ्य के प्रति आम लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से हर साल 10 अक्तूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के रूप में मनाया जाता है. मानसिक स्वास्थ्य एक सार्वभौमिक मानव अधिकार थीम पर गुरुवार को आयोजित विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के मौके स्वास्थ्य विभाग द्वारा विभिन्न स्तरों पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. सदर अस्पताल में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता सिविल सर्जन डॉ केके कश्यप की. कार्यक्रम में सिविल सर्जन ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य किसी व्यक्ति के मनोवैज्ञानिक, भावनात्मक, सामाजिक सहित समग्र व्यवहार को नियंत्रित करता है. भागदौड़ से भरी इस जिंदगी में तनाव प्रबंधन एक गंभीर चुनौती बन कर उभरा है. अत्यधिक तनाव हमारे सोचने, समझने की क्षमता को प्रभावित करता है. हमारे दैनिक व्यवहार में भी इसका असर दिखता है. किसी की संगति से बचना, अकेले रहने की आदत, अत्यधिक चिंता, बहुत अधिक क्रोध व झुंझलाहट, मूड में तुरंत बदलाव, हमेशा दुखी रहना किसी व्यक्ति में मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या को इंगित करता है. ऐसी परिस्थिति बनने पर तत्काल किसी मनोचिकित्सक की देखरेख में जरूरी परामर्श व इलाज को उन्होंने जरूरी बताया. जिला गैर संचारी रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि जीवन में हर दिन से जुड़े तनाव से जूझने, शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने, लोगों से अच्छे संपर्क बनाये रखने, अपनी क्षमताओं को पहचानने व अपनी उत्पादकता में बढ़ोतरी के लिये मानसिक रूप से स्वस्थ रहना जरूरी है. मानसिक स्वास्थ्य विकार कई तरह के हो सकते हैं. इसमें किसी भी चीज को लेकर अत्यधिक तनाव, अवसाद, असामान्य रूप से अपनी भावनाओं को प्रकट करना, नशापान की बुरी लत, पर्सनालिटी डिसआर्डर बहुत ही आम है. खास बात ये अपनी इच्छा व जरूरतों के बीच के अंतर को समझ कर बहुत हद तक तनाव व अवसाद को प्रबंधित किया जा सकता है. मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिये नियमित व्यायाम, मेडिटेशन, समय प्रबंधन, दोस्तों, परिवार व परिचित लोगों के साथ समय बिताना, लिखने व पढ़ने की आदत को जीवन में शामिल किया जा सकता है. मौके पर अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक डॉ आकाश राय, डॉ साइना, अस्पताल प्रबंधक विकास आनंद, साइकोलॉजिस्ट शुभम कुमार सहित अन्य स्वास्थ्य अधिकारी व कर्मी मौजूद थे. ———————————————————————————————————— जन प्रतिनिधियों ने की संपूर्ण जोकीहाट प्रखंड क्षेत्र को बाढ़ग्रस्त घोषित करने की मांग प्रतिनिधि, अररिया जोकीहाट प्रखंड मुखिया संघ के अध्यक्ष सह प्रखंड अंतर्गत चिरह की मुखिया हुस्नआरा ने जिलाधिकारी को आवेदन देकर संपूर्ण जोकीहाट प्रखंड क्षेत्र को बाढ़ग्रस्त घोषित करते हुए पीड़ित परिवारों को बाढ़ राहत राशि के भुगतान का अनुरोध किया है. जिलाधिकारी को दिये आवेदन में उन्होंने कहा है कि हाल ही में नेपाल के तराई इलाके व जिले में हुई भारी बारिश के कारण जिले में आयी बाढ़ में प्रखंड के सभी पंचायत पूरी तरह प्रभावित हुआ है. वहीं ऐसी जानकारी मिल रही है कि जोकीहाट प्रखंड को महज 40 प्रतिशत बाढ़ प्रभावित घोषित करते हुए क्षेत्र की कुल आबादी के महज 40 फीसदी लोगों को ही बाढ़ राहत राशि उपलब्ध कराया जायेगा. उन्होंने कहा है कि इससे पूर्व वर्ष 2017-18 में जिले में आयी बाढ़ के बाद तैयार बाढ़ राहत सूची में क्षेत्र के 30 प्रतिशत लोगों को नाम छूटा हुआ है. नये सिरे से बाढ़ राहत सूची तैयार करते हुए इसमें नये नाम जोड़ कर सभी प्रभावित परिवारों को सहायता राशि उपलब्ध कराने का अनुरोध आवेदन में जिलाधिकारी से किया गया है. जोकीहाट प्रखंड प्रमुख गुलाब रब्बानी, मुखिया साजिद आलम, प्रखंड समिति संघ अध्यक्ष फिरोज आलम, समिति प्रतिनिधि रिजवान आलम, मुखिया आशिक, कमरूजम्मा, हुसैन आजाद सहित क्षेत्र के दर्जनों जन प्रतिनिधियों के हस्ताक्षर युक्त आवेदन में जिलाधिकारी का ध्यान इस और आकृष्ट कराते हुए जनहित को ध्यान में रखते हुए संबंधित मामले में त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित कराने का अनुरोध जिलाधिकारी से किया गया है.
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