29- प्रतिनिधि, फारबिसगंज जश्न ए शब ए मेराज के अवसर पर शहर के जुम्मन चौक पर स्थित अहले सुन्नत जामा मस्जिद जुम्मन चौक में भव्य जलसे का आयोजन किया गया. जलसे की शुरुआत मस्जिद के नायब ईमाम हजरत मौलाना असलम जमाली साहब के द्वारा तेलावत ए कुरान पाक से किया गया. जलसा में मुख्य अतिथि हजरत अल्लामा व मौलाना मुबारक रिजवी साहब बायसी पूर्णिया व हजरत मौलाना इस्लाम साहब किशनगंज ने शब ए मेराज के संदर्भ में विस्तृत रूप से तकरीर किया. हजरत अल्लामा व मौलाना मुबारक रिजवी साहब ने अपने तकरीर के दौरान कहा कि अल्लाह व उसके रसूल के बताये हुए रास्ते पर चल कर हम दुनिया व दीन दोनों में कामयाब होंगे. कहा कि हमें नमाज को पाबंदी से पढ़ना चाहिए व अल्लाह के हक व बंदे का हक का ख्याल रखना चाहिए. बड़ों का आदर करें छोटों पर शफकत करें. पड़ोसियों के हकूक का ध्यान रखें आपस में मिल जुल कर रहे. आपस में लड़ने से बचे सभी का आदर करें चूंकि इस्लाम अमन व शांति का पैगाम देने वाला मजहब है. यही नहीं मौजूद उलेमाओं में अहले सुन्नत जामा मस्जिद जुम्मन चौक के ईमाम हजरत मौलाना कमरुज्जमा साहब,मौलाना शराफत हुसैन साहब सहित अन्य उलेमाओं ने अपने तककरीर में कहा कि शिक्षा ही हमारे तरक्की का जामिन है. वर्तमान परिस्थिति में शिक्षा के बिना विकास संभव नहीं है. जलसा के अंत मे मौजूद उलेमाओं ने व मौजूद लोगों ने सालतो सलाम के बाद अल्लालह के सामने हाथ उठा कर अल्लाह से अमन शांति आपसी भाईचारा,सुख समृद्वि व जिंदगी में हर बलाओं से महफूज रखने के लिए दुआ की. जलसा के सफलता पूर्वक संपन्न कराने के लिए स्थानीय युवक सक्रिय हो कर लगे रहे.
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