मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा प्रदान करें: सीएस
सीएस ने दिये कई िनर्देश
नव पदस्थापित सिविल सर्जन ने अनुमंडलीय अस्पताल का किया निरीक्षण फोटो:34- अनुमंडलीय अस्पताल का निरीक्षण करते सिविल सर्जन. फारबिसगंज. अररिया जिला के नव पदस्थापित सिविल सर्जन डॉ कृष्ण कुमार कश्यप बुधवार को अनुमंडलीय अस्पताल पहुंच कर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया. इस क्रम में सिविल सर्जन डॉ श्री कश्यप ने अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड, ओपीडी वार्ड, पैथोलॉजी कक्ष, दवा वितरण कक्ष, प्रसव कक्ष, एएनसी कक्ष, ओटी कक्ष, मरीजों के पंजीयन कक्ष, एक्स रे रूम, अस्पताल के सामान्य वार्ड सहित पूरे अस्पताल परिसर में घूम घूम कर बड़े ही बारिकी से निरीक्षण किया. यही नहीं सिविल सर्जन ने निरीक्षण के क्रम में अस्पताल में कौन-कौन से चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी अपने रोस्टर के अनुसार अपनी ड्यूटी पर तैनात हैं, इसकी बड़े ही बारीकी के साथ जांच की .निरीक्षण के बाद सिविल सर्जन डॉ केके कश्यप ने अनुमंडलीय अस्पताल उपाधीक्षक व प्रबंधक के कार्यालय कक्ष में पहुंच कर वहां रखे हुये चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों की उपस्थिति पंजी व चिकित्सकों के ड्यूटी के रोस्टर व अस्पताल में इमरजेंसी में इलाज के लिए आने वाले मरीजों के पंजीयन से संदर्भित रजिस्टर व अन्य फाइलों का अवलोकन किया. सिविल सर्जन ने चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी अपने अपने कर्तव्य व दायित्वों का भलीभांति निर्वाहन करें व अस्पताल में इलाज कराने के लिए आने वाले मरीजों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सेवा प्रदान करें. यही नही सिविल सर्जम डॉ कश्यप ने औचक निरीक्षण के क्रम में अस्पताल व प्रसव कक्ष में साफ-सफाई व अस्पताल के व्यवस्था को देख कर संतुष्टि व प्रसन्नता जाहिर करते हुये इसे और बेहतर करने का निर्देश दिया. इस मौके पर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ केएन सिंह, अस्पताल प्रबंधक डॉ नाजिश नियाज अहमद, पूर्व उपाधीक्षक डॉ आशुतोष कुमार, डॉ रेशमा रजा, डॉ सरबजीत निरंजन, डॉ मुन्ना कुमार, सिविल सर्जज कार्ययाल केके प्रधान, सहायक अनिल शर्मा, आशुतोष कुमार, जयप्रकाश मंडल, आदिल इमाम, सुरक्षा सुपरवाइजर संजीव कुमार सहित अन्य चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे. अस्पताल में जीवन रक्षक इंजेक्शन न्यू स्टिमेन इंजेक्शन व एंटी सीरम के नहीं उपलब्ध रहने से मरीजों को होने वाली परेशानियों के संदर्भ में पूछे जाने पर सिविल सर्जन डॉ कश्यप ने मौके पर मौजूद अस्पताल प्रबंधक व अस्पताल उपाधीक्षक को निर्देशित किया कि यह दवा यदि सरकारी स्तर पर अस्पताल को सप्लाई नहीं है तो उसे स्थानीय स्तर पर कैसे खरीद किया जायेगा, इस पर ध्यान देना है व उक्त दवा को स्थानीय स्तर पर खरीदना है जिससे अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को परेशान नहीं होना पड़े. .
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