अररिया. मोहिनी देवी मेमोरियल स्कूल में बुधवार को वंदना सभा में रवींद्र नाथ टैगोर के तेल चित्र पर विद्यालय के निदेशक डॉ संजय प्रधान व प्राचार्य राजेश रंजन द्वारा माल्यार्पण कर 163वीं जयंती मनायी गयी. इस अवसर पर छात्र-छात्राओं द्वारा संगीत व नृत्य प्रदर्शित किया गया. छात्रों व शिक्षकों ने इस जयंती पर अपने-अपने विचार व्यक्त किये. संचालक डॉ संजय प्रधान ने टैगोर को विश्व कवि के रूप में अद्वितीय कहा. उन्होंने कहा कि मातृभूमि व मानव का सेवा करना पवित्र धर्म है. रविंद्र नाथ ठाकुर विश्व विख्यात कवि, साहित्यकार, दार्शनिक व भारतीय साहित्य के नोबेल पुरस्कार विजेता थे. उन्हें गुरुदेव के नाम से भी जाना जाता है. विश्व विख्यात महाकाव्य गीतांजलि की रचना के लिये वर्ष 1913 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया. उनका कहना था कि किसी भी कार्य को अकेले प्रारंभ करें अनुयाई बहुत हो जायेंगे. समारोह का संचालन वरीय शिक्षक अर्जुन झा ने किया व टैगोर के संपूर्ण जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला. समारोह में मृणाल प्रधान, मौसमी सिन्हा, शौबीक घोष व समस्त शिक्षक व शिक्षिकाएं उपस्थित थें. अंत में संचालक महोदय के द्वारा सभी छात्र-छात्राओं को रविंद्र जी के मार्ग पर चलने के लिये प्रेरित करते हुये शुभकामनाएं दिया.
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