रामचंद्र प्रसाद सिंह थे एक सच्चे समाजसेवी, उनका जीवन अनुकरणीय: सांसद
सांसद ने पूर्व मुखिया की आदमकद प्रतिमा का किया अनावरण
सांसद ने पूर्व मुखिया की आदमकद प्रतिमा का किया अनावरण
फोटो:38- प्रतिमा का अनावरण करते सांसद प्रदीप सिंह.प्रतिनिधि भरगामा भरगामा प्रखंड के सिमरबनी पंचायत के धनगड़ा गांव में रविवार को अररिया लोकसभा के सांसद ने पूर्व पैक्स संघ जिलाध्यक्ष व सिमरबनी पंचायत के पूर्व मुखिया रामचंद्र प्रसाद सिंह की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया. इस मौके पर स्व सिंह की आदमकद प्रतिमा का अनावरण करने के बाद उपस्थित लोगों ने दो मिनट का मौन धारण कर दिवंगत की आत्मा शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की. इसके बाद उनके आदमकद प्रतिमा स्थल पर दीप प्रज्वलित कर व पुष्प चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित की गयी. इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने कहा कि स्व सिंह एक सच्चे समाजसेवी थे. उनका जीवन अनुकरणीय है. उन्होंने कहा कि आज उनकी प्रतिमा का अनावरण हुआ है यह एक गौरव का दिन है. इस कार्यक्रम में सांसद प्रदीप कुमार सिंह के अलावे राष्ट्रीय परशुराम परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय झा, जिप सदस्य अध्यक्ष आफताब अजीम उर्फ पप्पू, भाजपा जिला अध्यक्ष आदित्य नारायण झा, नरपतगंज के पूर्व विधायक देवयंती यादव, फारबिसगंज के मुख्य पार्षद वीणा देवी, शीतांशु शेखर पिंटू, जिप सदस्य किरण देवी, डॉक्टर केशव कुमार, माधव कुमार, रामदेव यादव, राजद के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष मुनेश्वर कुमार मुन्ना, पैक्स अध्यक्ष पंकज यादव, जवाहर यादव, कॉपरेटिव बैंक पूर्णिया के पूर्व चेयरमैन, हीरा सिंह, पूनम देवी, धीरेंद्र यादव, पैक्स संघ अध्यक्ष सुरेश सहाय, अनमोल यादव, जयप्रकाश मेहता समेत सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित थे.—————-
सभी महत्वपूर्ण ग्रंथ साधना या अभ्यास पर देते हैं अधिक महत्व: मुनि श्री
हिट युवा, फिट युवा कार्यक्रम आयोजित
फोटो:39-योग कार्यक्रम के दौरान जैन धर्मावलंबी.प्रतिनिधि, अरररिया
रविवार को अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के निर्देशन में हिट युवा फिट युवा कार्यक्रम के अंतर्गत तीसरे दिन योग का कार्यक्रम मुनि आनंद कुमार जी “कालू ” के सानिध्य में प्रातः छह बजे से 7 बजे तक तेरापंथ भवन अररिया कोर्ट में आयोजित किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत मुनि के महामंत्रोच्चार के साथ हुई. इसके बााद मुनि ने प्रेक्षाध्यान गीत के द्वारा सभी को नयी चेतना दी. मुनि आनंद कुमार ने कहा कि योग के सभी महत्वपूर्ण ग्रंथ साधना या अभ्यास पर अधिक महत्व देते हैं. साधना योग का सिद्धांत एक अध्ययन मात्र नहीं है. यह आध्यात्मिक प्रयास है, तेल निकालने के लिये तिल को दबाना आवश्यक है. अग्नि प्रज्वलित करने के लिए लकड़ी जलानी चाहिए तब जाकर छिपी हुई अग्नि को प्रकट होने देना चाहिए. इसी प्रकार मनुष्य को अपने अंदर की दिव्य ज्योति को निरंतर अभ्यास से प्रकाशित करना चाहिए. युवा, वृद्ध अत्यंत वयोवृद्ध जहां तक की अस्वस्थ व दुर्बल व्यक्ति योग के निरंतर अभ्यास से योग में सफल होते हैं. योग कार्यक्रम में उपस्थित सभी ने बड़े ही आनंद के साथ योगाभ्यास किया. कार्यक्रम में तेरापंथ सभा, महिला मंडल, तेयुप, अणुव्रत समिति के सदस्य सक्रिय रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है