दिसंबर माह के अंत तक अररिया गलगलिया रेलमार्ग पर ट्रेनों का परिचालन संभव पंकज झा, अररिया अररिया-गलगलिया रेल परियोजना पूर्वी भारत के बिहार व पश्चिम बंगाल के बीच सीधा रेल संपर्क स्थापित होने की लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण है. परियोजना का उद्देश्य बिहार के अररिया व पश्चिम बंगाल के गलगलिया के बीच सीधा रेल मार्ग स्थापित करना है. जो क्षेत्र के सामाजिक व आर्थिक विकासा, आवागमन सुविधा की बेहतरी, बंग्लादेश व नेपाल से जुड़ाव, पर्यटन को बढ़ावा देने व क्षेत्र में रोजगार सृजन के अवसरों को प्रोत्साहित करने के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण है. लेकिन करीब 15 वर्ष बाद भी परियोजना का कार्य अब तक अधूरा है. कभी जमीन अधिग्रहण में फंसे पेंच व कभी राशि के अभाव में परियोजना का कार्य बाधित होता रहा है. हालांकि परियोजना से जुड़े सभी अड़चनें तकरीबन समाप्त हो चुकी है. यही नहीं बहुउद्देशीय इस योजना के महत्व को समझते हुए इस बार के केंद्रीय बजट में सरकार द्वारा परियोजना मद में 870 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान की है. हर हाल में परियोजना का कार्य दिसंबर माह तक पूर्ण करने के लिए निर्देशित किया गया है. इससे लोगों दिसंबर माह तक उक्त रेलमार्ग पर ट्रेन का परिचालन होने की लोगों में उम्मीद बंधी है. मार्ग में होंगे 15 रेलवे स्टेशन जानकारी मुताबिक अररिया गलगलिया रेल परियोजना के तहत अब तक 95 प्रतिशत से अधिक जमीनी कार्य पूरा हो चुका है. उक्त रेलमार्ग पर 95 फीसदी से अधिक पुल-पुलिया का निर्माण संपन्न हो चुका है. रेलवे अधिकारियों की मानें तो इस साल के अंत तक उक्त मार्ग पर ट्रेनों का परिचालन शुरू हो जायेगा. इस मार्ग पर कुल 15 स्थानों पर रेलवे स्टेशन होंगे. इसमें अररिया कोर्ट, रहमतपुर, बांसबाड़ी, कुर्साकांटा, कलियागंज, टेढागाछ, बीबीगंज, तुलसिया, पौवाखाली, कादोगांव, भोगडावार व ठाकुरगंज स्टेशन को आपस में लिंक्ड किया जायेगा. अररिया में 62 किमी लंबा होगा रेलवे ट्रेक अररिया-गलगलिया रेल परियोजना को वर्ष 2004-05 में स्वीकृति मिली. इस रेल लाइन की कुल लंबाई 106 किलोमीटर है. अररिया में रेल लाइन की लंबाई 62 किलोमीटर होगी. योजना के तहत 1632 एकड़ भूमि अधिग्रहित की गयी है. रेल मार्ग में कुल 274 बड़े व छोटे पुल पुलिया का निर्माण तकरीबन पूर्ण होने की स्थिति में है. अभी भी हैं कुछ अड़चनें जानकारी मुताबिक अररिया के रहमतगंज तक पटरी बिछाया गया है. रहमतगंज स्टेशन के बीचों-बीच हाई वोल्टेज तार गुजरने के कारण वहां तार हटाने तक कार्य रूका हुआ है. इसके अलावा भारी बारिश व बाढ़ की वजह से करीब 15 स्थानों पर मिट्टी का कटान हुआ है. इसकी मरम्मत के लिए बारिश व बाढ़ की समस्या के टलने का इंतजार किया जा रहा है. परियोजना संबंधी कार्य युद्धस्तर पर जारी जिला भू अर्जन पदाधिकारी वसीम अहमद ने बताया कि अररिया-गलगलिया रेल परियोजना के तहत भूमि अधिग्रहण का कार्य संपन्न हो चुका है. अधिग्रहित भूमि के लिए भू स्वामियों को मुआवजा का भुगतान भी किया जा चुका है. अधिग्रहित भूमि रेलवे को उपलब्ध करा दिया गया है. युद्धस्तर पर परियोजना संबंधी कार्य को पूर्ण रूप दिया जा रहा है.
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