एसडीआरएफ ने डूबी बच्ची के शव को निकाला

मुखिया ने की मुआवजा देने की मांग

By Prabhat Khabar News Desk | June 29, 2024 9:31 PM

जोकीहाट. जोकीहाट थाना क्षेत्र अंतर्गत सिमरिया पंचायत बौरिया धार में शुक्रवार को खेलने के दौरान डूबी सात वर्षीय खुसराना पिता एकराम का शव एसडीआरएफ की टीम ने काफी जद्दोजहद के बाद गहरे पानी से निकाला. जोकीहाट पुलिस घटनास्थल पर पहुंच कर बरामद शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जा रही थी लेकिन पीड़ित परिवार ने शव का पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया. पीड़ित परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है. गौरतलब है कि शुक्रवार को सिमरिया पंचायत के बौरिया गांव वार्ड नंबर 12 के एकराम की 07 वर्षीय पुत्री बौरिया धार के निकट खेल रही थी. बच्ची की पांव फिसल गया. जिससे वह गहरे पानी में चली गयी थी. काफी खोजबीन के बावजूद जब बच्ची नहीं मिली तो आक्रोशित परिजनों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया. घटनास्थल पर थानाध्यक्ष राजीव कुमार झा, सब इंस्पेक्टर गुलशन कुमार पहुंच कर आक्रोशित परिजनों को समझा बुझाकर शांत कराया. थानाध्यक्ष राजीव कुमार झा ने एसडीआरएफ की टीम जिला मुख्यालय से बुलाकर खोजबीन का निर्देश दिया तब शव बरामद किया गया. सिमरिया मुखिया प्रतिनिधि अख्तर व परिजनों ने मृत बच्ची के परिजनों को पांच लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की है.

एसडीआरएफ ने लोगों को किया जागरूक

भरगामा.

प्रखंड मुख्यालय के सभागार भवन में डूबने से होने वाली मौत की रोकथाम के लिए जन-जागरूकता सप्ताह के तहत बाढ़ पूर्व तैयारी सुरक्षा सप्ताह से संबंधित प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजित की गयी. अंचलाधिकारी निरंजन कुमार मिश्र की अध्यक्षता में व एसडीआरएफ टीम के एसआई प्रह्लाद सिंह के नेतृत्व में प्रखंड के सभागार भवन में डूबने से होने वाली मौत की रोकथाम के लिए जन-जागरूकता सप्ताह के तहत बाढ़ पूर्व तैयारी सुरक्षा सप्ताह से संबंधित प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजित की गयी. हालांकि आपदा प्रबंधन विभाग व जिलाधिकारी इनायत खान के निर्देश पर जिले में बाढ़ के समय डूबने से होने वाली मौत की अधिकता व उसके रोकथाम को लेकर 24 से 30 जून तक जन-जागरूकता सप्ताह कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. इसी क्रम में शनिवार को भरगामा प्रखंड में प्रशिक्षण का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में डूबने से होने वाले मौत की रोकथाम के लिए चयनित विद्यालयों के छात्र-छात्राओं, जन प्रतिनिधि, समाज सेवक प्रशिक्षित, आपदा मित्र, प्रशिक्षित तैराक गोताखोर, स्वयंसेवकों को जागरूक किया गया. प्रशिक्षण में मानसून के दौरान संभावित बाढ़ को देखते हुए जल-जमाव वाले क्षेत्रों व नदियों के किनारे नहीं जाने की अपील किया. साथ ही बच्चों को भी दूर रखने की अपील किया. बच्चों की जान बचाने, नदियों-तालाबों में न बर्तन-कपड़े नहीं धोये व न ही स्नान करने, डूबते हुए की तरफ रस्सी, धोती, साड़ी या बांस फेंक कर बचाने, डूबे हुए व्यक्ति को तुरंत ऑक्सीजन उपलब्ध करवाने, ऑक्सीजन न मिले तो मुंह से श्वास देने, यदि पेट में भर गया हो पानी तो पेट के बल लिटाकर दबाव दें. जिससे पानी निकल जाय. फिर अस्पताल ले जाने आदि की जानकारी दी गयी. मौके पर सीओ निरंजन कुमार मिश्र, एसडीआरएफ टीम के एसआई प्रह्लाद सिंह, कांस्टेबल नवीन कुमार निराला, कांस्टेबल अमन कुमार, समाजसेवी ललित सिंह, समाजसेवी सुमन सिंह, समाजसेवी हलीमा खातून व अन्य ग्रामीण मौजूद थे.

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