जिले में 1.30 लाख हेक्टेयर भूभाग पर रबी फसलों के आच्छादन का लक्ष्य

बीज प्राप्त करने के लिए करें आवेदन

By Prabhat Khabar News Desk | October 23, 2024 7:45 PM

रबी फसलों के बेहतर उत्पादन के लिए विभाग किसानों को अनुदानित दर पर कर रहा है बीज वितरितप्रतिनिधि, अररिया

जिले में रबी फसलों के बेहतर उत्पादन को लेकर कृषि विभाग ने अपने स्तर से जरूरी तैयारी शुरू कर दी है. गौरतलब है कि इस बार 01 लाख 30 हजार 452 हेक्टेयर में रबी फसलों के आच्छादन का लक्ष्य निर्धारित है. रबी फसलों के उत्पादन को लेकर किसानों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से विभाग द्वारा किसानों को अनुदानित दर पर बेहतर किस्म का बीज उपलब्ध कराया जायेगा. इसे लेकर ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. कृषि विभाग के डीबीटी पोर्टल पर किसान अनुदानित दर पर बेहतर किस्म का बीज प्राप्त करने के लिए विभाग को अपना आवेदन समर्पित कर सकते हैं. आवेदन की प्रक्रिया 15 नवंबर तक संचालित किया जायेगा. पूर्व से पंजीकृत किसानों को ही उक्त योजना का लाभ मुहैया कराया जायेगा. जिले में पंजीकृत किसानों की संख्या 03 लाख 30 हजार है. जिला कृषि विभाग प्रति एकड़ किसानों को 20 किलो बीज 90 फीसदी अनुदानित दर पर उपलब्ध करायेगा. अनुदानित दर पर बीज प्राप्त करने के लिये प्राप्त किसानों के आवेदन की जांच विभागीय अधिकारियों द्वारा की जायेगी. इसमें आवेदन सही पाये जाने पर किसानों को अनुदानित दर बीज उपलब्ध कराया जायेगा. जानकारी मुताबिक विभाग द्वारा बीज का वितरण अक्तूबर महीने के अंतिम सप्ताह से शुरू कर दिया जायेगा. बीज वितरण की प्रक्रिया 10 दिसंबर तक जारी रहेगा. जिला कृषि पदाधिकारी गौरव प्रताप सिंह ने बताया कि कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ विभाग से पंजीकृत किसानों को दिये जाने के प्रावधान है. विभागीय योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए किसानों का पंजीकृत होना जरूरी है. वैसे किसान जो जानकारी व जागरूकता के अभाव में अब तक अपना पंजीकरण नहीं कराया है. वैसे किसान नजदीकी वसुधा केंद्र व सीएससी सेंटर के माध्यम से अपना पंजीकरण करा सकते हैं.

अनुदानित दर पर बीज प्राप्त करने के लिए करें आवेदन

जिला कृषि पदाधिकारी गौरव प्रताप सिंह ने अनुदानित दर पर रबी फसल का बीज प्राप्त करने के लिये अधिक से अधिक से किसानों से आवेदन करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारियों व कर्मियों को भी सरकार के इस महत्वकांक्षी योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए प्रेरित व प्रोत्साहित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि किसानों द्वारा ऑनलाइन आवेदन के बाद कृषि विभाग के अधिकारी प्राप्त आवेदनों का सत्यापन करेंगे. इसके बाद डिमांड जेनरेट होगा. डिमांड नंबर दिखाकर किसान बीज प्राप्त कर सकते हैं. ———–

प्रेरणा दिवस के रूप में मनायी जायेगी कर्मचारी मजदूर आंदोलन के नेता गोपेश्वर गोप की पुण्यतिथि

फोटो-9-बैठक में उपस्थित संघ के अधिकारी.

प्रतिनिधि, अररिया

बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ गोपगुट जिला इकाई आगामी 24 अक्तूबर को कर्मचारी मजदूर आंदोलन के महानायक योगेश्वर गोप की 17 वीं पुण्यतिथि प्रेरणा दिवस के रूप में मनायेगा. अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ गोपगुट जिला इकाई की बैठक ये महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है. आयोजन की सफलता को लेकर संघ के जिलास्तरीय अधिकारियों की हुई बैठक में इसकी सफलता को लेकर विस्तृत चर्चा करते हुए आयोजन की रूपरेखा तय की गयी. जानकारी देते हुए संघ के जिला सचिव दामोदर शर्मा ने बताया कि निर्धारित तिथि को महासंघ गोपगुट के तमाम साथी अपने अपने कार्यालयों अन्य सहयोगियों के साथ कॉमरेड योगेश्वर गोप के सम्मान में श्रद्धांजलि सभा आयोजित करेंगे. प्रेरणा दिवस के रूप में समारोह का आयोजन करेंगे. संघ की बैठक में अध्यक्ष रवीश कुमार, कोषाध्यक्ष अजित कुमार सिंह, सुनील कुमार, प्रकाश कुमार, सचिव अजय कुमार यादव, अमरनाथ कोइरी, आशुतोष कुमार, राजेंद्र पासवान, श्रीलाल साह, संतोष कुमार, मो आरिफ, मनोज कुमार गोस्वामी, सुरेश पसवान, अविनाश राज, रितिका राज, पिंकी कुमारी, रमण कुमार, रिजवान हसन, धमेंद्र कुमार, रवि प्रकाश सहित अन्य मौजूद थे.

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24 घंटे में मिले डेंगू के छह नये मरीजडेंगू संबंधी मामलों के प्रति विभाग सतर्क, जिले में समुचित जांच व उपचार सुविधा उपलब्ध

फोटो-10-फोगिंग करते कर्मी. प्रतिनिधि, अररिया

जिले में डेंगू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. डेंगू प्रभावित मरीजों की संख्या बढ़ कर 27 हो गयी है. इसमें एक मरीज सुपौल जिला से संबंद्ध हैं. शेष सभी 26 मरीज अररिया के हैं. समुचित उपचार के बाद सभी मरीजों की सेहत सामान्य बनी हुई है. जानकारी देते हुए डीवीबीडीसीओ रामकुमार ने बताया कि डेंगू प्रसार के संभावित खतरों को लेकर विभाग पूरी तरह अलर्ट है. डेंगू मरीजों के उपचार को लेकर जिले में सभी जरूरी इंतजाम उपलब्ध हैं. प्रभावित इलाकों में फोगिंग कराया जा रहा है. ताकि रोग के प्रसार को नियंत्रित किया जा सके. जानकारी मुताबिक जिले में वर्ष 2022 जिले में डेंगू के कुल 213 मामले सामने आये थे. वर्ष 2023 में डेंगू के 135 मामले सामने आये. उस लिहाज से देखा जाये तो बीते वर्षों की तुलना में अपेक्षाकृत इस वर्ष मरीजों की संख्या काफी कम है.

फिलहाल डेंगू से बचाव के प्रति रहें सत

र्कजिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ अजय कुमार सिंह ने बताया कि अक्टूबर का महीना डेंगू के प्रसार के लिहाज से बेहद संवेदनशील है. इस दौरान लोगों को डेंगू संबंधी मामलों को लेकर अधिक संवेदनशील रहने की जरूरत है. जिले में बढ़ते ठंड के साथ डेंगू के मामलों के नियंत्रित होने की संभावना उन्होंने व्यक्त की. उन्होंने बताया कि डेंगू संबंधी मामलों की जांच व उपचार को लेकर जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में जरूरी इंतजाम किये गये हैं. सभी प्रमुख चिकित्सा संस्थानों में डेंगू जांच किट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. मरीजों के उपचार के लिए विशेष वार्ड बनाये गये हैं. सदर अस्पताल में 10 बेड, अनुमंडल अस्पताल फारबिसगंज में 05 बेड व सभी पीएचसी में दो-दो बेड डेंगू मरीजों के समुचित उपचार के लिये आरक्षित रखा गया है.

डेंगू नियंत्रण संबंधी उपायों के प्रति विभाग गंभीर

सिविल सर्जन डॉ केके कश्यप ने कहा कि जिलाधिकारी से प्राप्त दिशा निर्देश के आलोक में डेंगू संबंधी मामलों पर विशेष नजर रखी जा रही है. हर दिन विभिन्न अस्पताल के ओपीडी में आने वाले रोग से मिलते जुलते लक्षण वाले मरीजों का प्राथमिकता के आधार पर जांच सुनिश्चित कराने के लिये स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देशित किया गया है. उन्होंने आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि आने वाले कुछ दिन डेंगू संक्रमण के प्रसार के लिहाज से बेहद संवेदनशील हैं. लिहाजा इससे बचाव संबंधी उपायों के प्रति अधिक गंभीर रहने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि तेज बुखार, सिरदर्द, आंखों के पीछे दर्द, मांसपेसी व जोड़ों में दर्द, त्वचा पर दाने व उल्टी की शिकायत डेंगू रोग के सामान्य लक्षण हैं. इस तरह का कोई भी लक्षण दिखने पर तत्काल जरूरी जांच व इलाज को प्राथमिकता देने की अपील उन्होंने लोगों से की.

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