5- प्रतिनिधि, फारबिसगंज अनुमंडलीय अस्पताल फारबिसगंज के परिसर में स्थित रेफरल अस्पताल के पुराने पुराने जर्जर भवन चल रहा है. टीबी यूनिट में छत से गिट्टी का चट्टा गिर रहा है जिससे जान जोखिम में डाल कर कर्मी काम कर रहे हैं लेकिन इसका सुधि लेने वाला कोई नहीं है. बताया जाता है कि टीबी यूनिट का सिबिनेंट लैब जिस भवन में चल रहा है ना केवल उस भवन का छत जर्जर हो चुका है. बल्कि बरसात में पानी टपकता है. बिजली की वायरिंग भी जर्जर हो चुका है. बताया जाता है कि टीबी यूनिट में प्रत्येक दिन दर्जनों मरीज जांच के लिए पहुंचते हैं. प्रत्येक दिन 15 से 20 मरीजों का बलगम का जांच सिबिनेंट मशीन से उक्त सिबिनेंट लैब रूम में किया जाता है. यहां इलाज के लिए आने वाले मरीजों का जांच सीनियर टीबी लेबोरेटरी सुपरवाइजर उदय चंद पासवान, सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर मो असीम, लैब टेक्नीशियन योगेश पासवान के द्वारा किया जाता है. प्रत्येक दिन यहां मरीजों का भीड़ लगा रहता है. जर्जर भवन में चल रहे टीबी यूनिट में जांच कराने के लिए आने वाले मरीजों को भी परेशानी का समाना करना पड़ता है. इस संदर्भ में रेफरल अस्पताल प्रभारी डॉ राजीव कुमार बसाक ने कहा कि फारबिसगंज अनुमंडलीय अस्पताल परिसर में स्थित पुराने रेफरल अस्पताल के जिस भवन में टीबी यूनिट चल रहा है. वह जर्जर है. इस संदर्भ में वरीय अधिकारियों को लिखित जानकारी उनके द्वारा दी गयी है.
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