अररिया: प्रभात खबर ने अखबार के माध्यम से विभाग को अगाह किया था, लेकिन विभागीय अधिकारियों को इन सब से क्या? लोगों को बाढ़ में आवागमन सुलभ हो या फिर तैर कर नदी पार करनी हो, उन्हें तो मजबूरी है. इधर पुल निर्माण निगम के संवेदक ने पेटी कांट्रेक्ट पर काम देकर बस चिप्पी लगाकर काम को पूरा करना ही मुनासिब समझा. नतीजा हुआ कि 21 जून को प्रभात खबर ने पलासी प्रखंड के पिपराबिजवार पंचायत के दक्षिणी भाग में स्थित बेलगच्छी गांव के समीप जहानपुर घाट पर करोड़ों की लागत से निर्मित पुल के एप्रोच में हो रहे लगातार कटाव को ले अखबार में खबर प्रकाशित कर प्रशासनिक पदाधिकारी को अगाह किया था. बावजूद विभागीय पदाधिकारियों की लापरवाही भरे रवैया से एप्रोच पथ ध्वस्त हो गया. आम लोग भोच्चक हैं. साथ हीं आवागमन को लेकर होने वाली कठिनाइयों से आक्रोशित भी हैं.
बुधवार को एप्रोच कटजाने के कारण आवागमन बाधित हो गया, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है. जानकारी अनुसार रविवार से पुल के एप्रोच पर पानी के दबाव के कारण इसमें हो रहे कटाव की सूचना ग्रामीणों द्वारा संवेदक, पुल निर्माण निगम के कार्यपालक अभियंता, जिला पदाधिकारी व सांसद तक को दिया गया. लेकिन परिणाम शून्य रहा. कटाव रोकने के लिए सिर्फ आश्वसन ही मिलता रहा. नतीजा यह हुआ कि समूचा एप्रोच कट गया. अब तो सिर्फ पैदल चल कर ही पुल पार किया जा सकता है, वहीं अगर इंद्रदेव की कृपा हुई तो इस रास्ते में पैदल पार होना मुश्किल हो जायेगा. अब इसे विभागीय उदासीनता कहें या संवेदक की लापरवाही बकरा नदी की मुख्यधारा में बना यह पुल बिना तार व बोल्डर क्रेटिंग के सिर्फ बालू भर कर एप्रोच बना दिया गया. जबकि गत वर्ष भी बालू भर कर ही एप्रोच बनाया गया था, इसलिए वह नदी में बह गया. दिलचस्प बात तो यह है कि अब तक किसी विभागीय पदाधिकारी द्वारा इस पुल के कार्य स्थल का निरीक्षण तक नहीं किया गया है. ग्रामीणों ने जब पेटी कांट्रेक्टर से सवाल किया तो उनका कहना है कि कार्य स्थल पर बोल्डर लाने के लिए कोई उपयुक्त रास्ता नहीं है. जबकि ऐसे समय जब एप्रोच का कार्य चल रहा था. उस समय रास्ता होने के बावजूद संवेदक द्वारा बहाना बनाया जाता रहा.
इधर ग्रामीणों द्वारा डीएम को संदेश भेज कर पुल के एप्रोच में हो रहे कटाव को रोकने के उपाय का आग्रह किया गया है. इधर जिलाधिकारी ने भी ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि सीओ पलासी को भेज कर कटाव स्थल का मुआयना कर कटाव रोधक कार्य कराया जायेगा. इस बाबत पूल निर्माण निगम के कार्यपालक अभियंता से संपर्क करने पर उन्होंने कहा कि वे दोपहर तक उक्त कटाव स्थल पर पहुच कर स्वयं निरीक्षण कर तत्काल कोई कारगरउपाय के लिए कदम उठायेंगे.