सितंबर की गर्मी ने लोगों को झुलसाया, मस्जिदों में बारिश के लिए शुरू हुई इबादत
बारिश के लिए शुरू हुई इबादत
अल्लाह ताला हम लोगों से चल रहे हैं नाराज, इसलिए तपा रही है सितंबर माह में गर्मी: मौलाना अब्दुल माजिद नइमी फोटो:36-इबादत में शामिल अकीदतमंद. प्रतिनिधि, ताराबाड़ी अररिया प्रखंड के किस्मत खवासपुर पंचायत अंतर्गत पलासी मोमिन टोला में बारिश नहीं होने पर रविवार रात मस्जिदों में पंजतनपाक में एक दिवसीय जलसा मिलादुन्नबी का आयोजन किया गया. जलसा की अध्यक्षता मौलाना अब्दुल माजिद नइमी ने करते हुए कहा कि अल्लाह ताला हम लोगों से नाराज हो चले हैं, जिसके कारण तपिश भरी गर्मी से हम लोग परेशान हैं. बारिश नहीं होना कहीं न कहीं हम लोगों के गुनाहों का नतीजा है, सितंबर महीने में इस तरह भीषण गर्मी व कड़कती धूप से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बारिश नहीं होने से धान का फसल बर्बाद होने लगी है. सभी लोग सबसे पहले इमान को दुरुस्त करें व अल्लाह से गुनाहों का तोबा करें कि या अल्लाह हम लोगों का क्या कुसुर है. मौलाना अब्दुल माजिद नइमी ने आगे कहा कि आप क्यों गमजदा है यूं हालात से, कुर्ब की राह शायद के हमवार है, नींद आयी उसी को है, मजधार में जिसके हाथों सफीने का पतवार है, दिल तो मंदिर है सच्चा पुजारी कहा सिर्फ दर्शन का ताता लगातार है, यह इल्जाम बिल्कुल मोनासिब नहीं, ये कमर तेरा करतब सजावार है. शेष वक्ताओं में हाफिज एखलाक अंसारी बबलू, हाफिज मुबारक अंसारी, हाफिज नईम अंसारी आदि ने भी अपने अपने बयान दिये. मौके पर हाफिज सदरे आलम ने उपस्थित लोगों से कहा कि अपने आमाल का जायजा लेना चाहिए व आमाले सालेहा के जरिया अपने रूठे हुए रब को मनाना चाहिए. जलसा को सफल बनाने में मुख्य रूप से पूर्व मुखिया मुमताज अंसारी, अंसारी संगठन के जिलाध्यक्ष जाबीर अंसारी, शिक्षक शाकीर अंसारी, शनवीर अंसारी, लड्डू अंसारी, महमुद अंसारी, रज्जाक अंसारी, इमरान अंसारी, अरशद अंसारी, मोसीम अंसारी, अफरोज अंसारी, वसीम अंसारी, अलीहसन उर्फ मुन्ना, उबैद अंसारी, मक्की मदनी, अमीर खुशबू, अलाउद्दीन अंसारी, हिक्मत अंसारी आदि का सराहनीय योगदान रहा. ————- तेज धूप व भीषण गर्मी से आम जनजीवन प्रभावित फोटो:37- भीषण गर्मी में सुनसान पड़ा रेलवे स्टेशन, अस्पताल में लोगों की भीड़. प्रतिनिधि, फारबिसगंज फारबिसगंज में पिछले एक हफ्ता से भीषण गर्मी से आमजन परेशान हैं. महिलाओं समेत बुजुर्ग व छोटे-छोटे बच्चों की परेशानियां बढ़ा दी है. भीषण गर्मी को देखते हुए छोटे-छोटे बच्चों के विद्यालय को बंद कराने की मांग तेज हो गई है. भीषण गर्मी व तेज धूप के कारण घरों से निकलना लोगों ने छोड़ दिया है. कई लोग इस तेज धूप के कारण मूर्छित होकर गिर रहें हैं. सितंबर के महीने में आमतौर पर बारिश की उम्मीद रहती है. लेकिन इस बार उम्मीद के विपरीत तेज धूप व उमस भरी गर्मी ने लोगों को परेशान कर रखा है. बीते कुछ दिनों से लगातार बढ़ते तापमान व चिलचिलाती धूप की वजह से आम जनजीवन प्रभावित होने लगा है. पिछले कुछ दिनों से अच्छी बारिश नहीं होने के कारण खेतों में लगी धान की फसल को पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है. लिहाजा किसानों की चिंताएं भी बढ़ने लगी है. चिलचिलाती धूप व उमस भरी गर्मी ने लोगों को सुकून छीना लिया है. फारबिसगंज समेत आसपास के इलाकों में पिछले कुछ दिनों में अधिकतम तापमान 39-40 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा है. इस दौरान जिले का न्यूनतम तापमान 30-31 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया. मानसून के दौरान बारिश की उम्मीद लगाये लोग तेज धूप व उमस से पूरे दिन लोग असहज महसूस कर रहे हैं. बारिश नहीं होने के कारण न सिर्फ जिले के तापमान में इजाफा हो रहा है. बल्कि ह्यूमिडिटी भी असहनीय हो चुकी है.
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