जिले में धान आच्छादन का निर्धारित लक्ष्य हासिल
बेहतर पैदावार की उम्मीद
अररिया. जिले में वित्तीय वर्ष 2023-24 के तहत धान आच्छादन का शत-प्रतिशत निर्धारित लक्ष्य प्राप्त हो चुका है. गौरतलब है इस वर्ष विभाग से जिले में 1.11 लाख हेक्टेयर भूभाग पर धान के आच्छादन का लक्ष्य निर्धारित था. जानकारी मुताबिक धान आच्छादन का शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त हो चुका है. हाल के दिनों में जिले में हुई अच्छी बारिश के बाद धान के खेतों में हरियाली एक बार फिर से लौट आयी है. इससे किसानों के चेहरे खिले हैं. किसान इस वर्ष धान के बेहतर पैदावार को लेकर आशान्वित हैं. हालांकि शुरुआती दौर में मौसम की बेरुखी के कारण जिले के धान उत्पादक किसान जरूर परेशान थे. पहले तो खेतों में नमी कम रहने के कारण किसानों को धान का बिचड़ा गिराने में पंपसेट की मदद से सिंचाई का सहारा लेना पड़ा. वहीं लंबे अंतराल तक मानसून की निष्क्रियता के कारण लोगों को रोपनी के लिये कृत्रिम सिंचाई व्यवस्था पर निर्भर रहना पड़ा. फिर खेतों में लगे धान के पौधे को संरक्षित रखने के लिये भी किसानों को पटवन का सहारा लेना पड़ा. ऐसे किसानों को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने किसानों को डीजल अनुदान का लाभ देने का निर्णय लिया है. इस योजना के तहत सरकार किसानों को डीजल की खरीद पर सब्सिडी दे रही है. डीजल अनुदान की प्रक्रिया जिले में 26 जुलाई से ही जारी है. डीजल अनुदान का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदन की प्रक्रिया फिलहाल जारी है. इसके लिए किसान 30 अक्तूबर तक आवेदन कर सकते हैं.
प्रति लीटर डीजल की खरीद पर 75 रुपये का अनुदान
जिला कृषि कार्यालय से मिली जानकारी मुताबिक योजना के तहत सरकार किसानों को प्रति लीटर डीजल की खरीद पर 75 रुपये का अनुदान दे रही है. किसानों को प्रति एकड़ 750 रुपये का अनुदान देय है. जानकारी मुताबिक धान व जूट की फसल में अधिकतम दो सिंचाई के लिए किसानों को 750 रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से 1500 रुपये का अनुदान मिलेगा. वहीं खरीफ फसलों के तहत दलहन, तिलहन, मौसमी सब्जी, औषधीय व सुगंधित पौंधों की अधिकतम तीन सिंचाई के लिए किसानों को 2250 रुपये का अनुदान दिया जा रहा है. एक किसान अधिकतम आठ एकड़ खेत में सिंचाई के लिए डीजल अनुदान योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं.लाभ के लिए करें ऑनलाइन आवेदन
ऑनलाइन आवेदन के लिए किसानों को कृषि विभाग की अधिकारिक वेबसाइट पर जाकर निर्धारित प्रक्रिया का पूरा करना होगा. किसान अपने नजदीकी वसुधा केंद्र व सीएससी सेंटर पर जाकर भी आवेदन कर सकते हैं. आवेदन के लिए किसानों के पास उनका रजिस्ट्रेशन नंबर, लाभार्थी का फोटो, आवास प्रमाणपत्र की जरूरत होगी. इसके साथ ही किसान का आधार से जुड़ा मोबाइल नंबर, डीजल खरीद की रशीद, बैंक एकाउंट का होना जरूरी है.अधिक से अधिक किसान उठाएं अनुदान योजना का लाभ
जिला कृषि पदाधिकारी गौरव प्रताप सिंह ने बताया कि धान आच्छादन का निर्धारित लक्ष्य हासिल हो चुका है. जिले में बारिश का सिलसिला लगातार जारी है. इससे धान की बेहतर पैदावार की उम्मीद है. सरकार पंपसेट या किसी अन्य वैकल्पिक माध्यम से खेतों में सिंचाई करने वाले किसानों को डीजल अनुदान का लाभ दे रही है. अधिक से अधिक किसानों को योजना का लाभ उठाना चाहिये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है