फारबिसगंज. भव्या अर्थात बिहार हेल्थ एप्लिकेशन विजनरी योजना फोर ऑल के तहत अनुमंडलीय अस्पताल फारबिसगंज को ना केवल डिजिटलाईज किया गया है. बल्कि उक्त योजना के तहत ऑनलाइन एप्लिकेशन के माध्यम से मरीजों का पंजीयन व जांच से ले कर उपचार तक प्रारंभ कर दिया गया है. बताया जाता है कि अनुमंडलीय अस्पताल में उक्त योजना के तहत ना केवल उपचार बल्कि मरीजों का पंजीयन से ले कर दवा वितरण तक सभी कार्य ऑनलाइन माध्यम से किया जा रहा है. इस कार्य को सुचारू रूप से करने के लिए तकनीकी सहायता रोडिक कंसल्टेंट के द्वारा किया जा रहा है. प्रथम दिन अस्पताल उपाधीक्षक डॉ केएन सिंह, अस्पताल की पूर्व उपाध्यक्ष डॉ रेशमा रजा, डॉ कृष्ण मोहन कुमार, डॉ मनोज कुमार, डॉ आशुतोष कुमार, डॉ रूपेश कुमार व डॉ मुन्ना कुमार ने उक्त योजना के तहत ऑनलाइन एप्लिकेशन के माध्यम से मरीजों का उपचार किया. जबकि डॉ नाजिश अहमद नियाज, डाटा एंट्री आपरेटर आदिल इमाम व जयप्रकाश मंडल भी मरीजों को उक्त योजना के तहत कैसे उपचार होता है इसकी जानकारी देते रहे. अस्पताल में मौजूद भव्या के जिला संयोजक मो निशार ने इस संदर्भ में जानकारी देते हुए बताया कि अस्पताल में इलाज कराने के लिए आने वाले मरीजों को सबसे पहले ऑनलाइन पंजीयन कराना पड़ता है. जिसके बाद अस्पताल में बने भाइटल डैक्स पर मौजूद जीएनएम, एएनएम व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा मरीजों का ब्लड प्रेशर, वजन, पल्स आदि की जांच की जाती है. जिसके बाद मरीजों को उपचार के लिए भेजा जाता है. ड्यूटी पर तैनात चिकित्सकों के द्वारा मरीज का ऑनलाइन एप्लिकेशन के माध्यम से उपचार प्रारंभ कर दिया जाता है. मरीजों के उपचार के क्रम में चिकित्सकों को मरीजों में जो परेशानी व बीमारी समझ में आता है. मरीजों को होने वाले परेशानी का सारा विवरण चिकित्सकीय उपचार पंजीयन पर अंकित कर उसे पैथोलॉजिकल जांच के लिए भेजते हैं जहां पैथोलॉजिकल जांच के बाद रिपोर्ट भी ऑनलाइन चिकित्सकों के पास भेजा जाता है.
जमीन विवाद में मारपीट, एक व्यक्ति घायल
भरगामा.
प्रखंड के नया भरगामा में जमीन विवाद में एक व्यक्ति गंभीर रूप से जख्मी हो गया. पुत्र ने थाना में आवेदन देकर कार्रवाई की गुहार लगायप है. भरगामा प्रखंड के नया भरगामा वार्ड संख्या 10 निवासी मो मंसूर ने थाना में आवेदन देते हुए बताया कि रविवार देर रात मेरे पिता मो बसीर पिता स्व मो कालो अपने घर में सोये थे, इसी क्रम में पडोस के तीन लोग जमीन विवाद को लेकर लाठी डंडा व रॉड से मारपीट करने लगे. पडोसियों ने गाली गलौज करते हुए मेरे घर में तोड़-फोड़ करने लगा, वहीं घर में रखा 40 हजार रुपये भी ले लिया. जबकि मारपीट में मेरे पिता के सिर व हाथ में गहरा जख्म है. जबकि हल्ला सुनकर स्थानीय ग्रामीण पहुंच गये जिसको देखते हुए सभी लोग भाग खड़े हुए. स्थानीय ग्रामीण के सहयोग से पिता को जख्मी हालत में इलाज कराने के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भरगामा में भर्ती कराया. भरगामा थाना अध्यक्ष मनीष कुमार ने बताया आवेदन प्राप्त हुआ है स्थल निरीक्षण कर अग्रेतर कार्रवाई की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है