मां के समान जीवनदायिनी होते हैं पेड़ : मंत्री

पर्यावरण को बचाने के लिए पेड़ लगायें

By Prabhat Khabar News Desk | August 25, 2024 8:01 PM

सहकारिता व वन पर्यावरण मंत्री हुए वन महोत्सव में शामिल, सहकारिता विभाग के गोदाम भवन का किया शिलान्यास

सहकारिता विभाग, वन व जलवायु परिवर्तन विभाग के अधिकारियों ने की समीक्षा बैठक

फोटो-16 -मंत्री प्रेम कुमार को पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित करते सांसद प्रदीप कुमार सिंह.

फोटो:-17- वन महोत्सव अंतर्गत पौधारोपण कृषि वानिकी जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ करते मंत्री व सांसद. फोटो:-18- जिला अंतर्गत 05 पैक्स में गौदाम भवन निर्माण का शिलान्यास का अनावरण करते मंत्री व सांसद.

प्रतिनिधि, अररिया बिहार सरकार के सहकारिता विभाग सह पर्यावरण, वन व जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री प्रेम कुमार ने अपने प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत रविवार को अररिया पहुंचे. पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत उन्होंने वन विभाग द्वारा संचालित वन महोत्सव में भाग लेते हुए पौधरोपण कार्यक्रम में भाग लिया. वहीं सहकारिता विभाग के गोदाम भवन का शिलान्यास व उद्घाटन कार्यक्रम में भी उन्होंने भाग लिया. शहर के खरहैया बस्ती स्थित कन्या मध्य विद्यालय में एक पेड़ मां के नाम कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री प्रेम कुमार संत कबीर दास की प्रसिद्ध उक्ति को दोहराते हुए कहा कि वृक्ष कबहु नहीं फल भखें, नदी न संचे नीर परमारथ के कारने साधून धरा शरीर. उन्होंने कहा कि पेड़ व मां दोनों जीवन-दायनी होते हैं. मां के समान पेड़ हमें स्वस्थ रखती है. हमारा पोषण करती है. पेड़ के इस महत्व को समझते हुए माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पूरे देश में एक पेड़ मां के नाम कार्यक्रम संचालित करने का आह्वान किया है. उन्होंने कहा कि आधुनिकता व अपनी सुख सुविधाओं के लिए हमने अब तक प्रकृति के साथ काफी छेड़छाड़ किया है. जंगल, नदी, पहाड़ों को क्षति पहुंचाई है. लिहाजा जलवायु परिवर्तन के रूप में इसका बड़ा खामियाजा आज पूरी दुनिया झेल रही है. कार्यक्रम के दौरान उन्होंने पौधरोपण के फायदे से लोगों को अवगत कराया. उन्होंने कहा कि एक पेड़ 100 पुत्र के सामान है. यह एक साल में 20 किलोग्राम धूल सोखता है. एक वर्ष में 700 किलोग्राम ऑक्सीजन देता है. 20 टन कार्बन डाइऑक्साइड सोखता है. 80 किलोग्राम पारा, लिथियम, लेड व जहरीले धातुओं के मिश्रण को हवा से सोखता है. एक लाख वर्ग मीटर दूषित हवा को फिल्टर करता है. गर्मी में पेड़ के नीचे 4 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान कम रहता है. घर के करीब एक पेड़ ऑक्सीटोक बॉल की तरह काम करता है यानी ध्वनि (शोर) को कम करता है. घर के पास अगर 10 पेड़ हों तो आदमी की आयु 07 वर्ष तक बढ़ जाती है. पेड़ से हमें फल, छाया, जानवरों का चारा, फल-फूल औषधी, जैविक खाद सहित अन्य बहुमूल्य चीज प्राप्त होते हैं. पेड़ वर्षा का कारक बनता है. प्रदूषण को रोकता है. धरती को गर्म होने से बचाता है. उन्होंने कहा कि मैं तो चाहता हूं कि हर मंदिर, मस्जिद, चर्च गुरुद्वारा से भी लोगों को पेड़ लगाने व इसे संरक्षित करने के लिए प्रेरित व प्रोत्साहित किया जाना चाहिए.

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राज्य में सबसे बड़े चिड़ियाघर के रूप में विकसित होगा रानीगंज स्थित वृक्ष वाटिका

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पर्यावरण, वन व जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि जल्द ही राज्य का सबसे बड़ा चिड़ियाघर रानीगंज के वृक्ष वाटिका में स्थापित किया जायेगा. इसे लेकर केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण, नई दिल्ली से एक जांच दल बहुत जल्द रानीगंज पहुंचने वाला है. केंद्रीय टीम के जांचोपरांत वित्तीय वर्ष 2025-26 में चिड़ियाघर निर्माण का कार्य शुरू किया जायेगा. कार्यक्रम के दौरान मंत्री प्रेम कुमार द्वारा मुख्यमंत्री निजी अन्य प्रजाति पौधशाला संचालन व कृषि वानिकी अन्य प्रजाति योजना के तहत पौधारोपण कार्य में उत्कृष्ट कार्य हेतु जीविका दीदी सहित अन्य किसानों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया. उन्होंने बिहार सरकार द्वारा 75 वां वन महोत्सव अंतर्गत पौधारोपण कृषि वानिकी जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखा कर क्षेत्र भ्रमण के लिए रवाना किया. इस क्रम में कन्या मध्य विद्यालय के छात्राओं को ग्यारह सूत्री संकल्प दिलाया गया. इस क्रम में विद्यालय को कैरम बोर्ड, बैडमिंटन सहित अन्य खेल सामग्री उपहार स्वरूप प्रदान किये गये. मौके पर स्थानीय सांसद प्रदीप कुमार सिंह, फारबिसगंज विधायक विद्यासागर केसरी उर्फ मंचन केसरी, अजय कुमार झा, क्षेत्रीय मुख्य वन संरक्षक भागलपुर सुधीर कुमार, वन प्रमंडल पदाधिकारी अररिया मेघा यादव सहित वनों के क्षेत्र पदाधिकारी सहित सभी वन कर्मी मौजूद थे.

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