दो लूट के मामलों का हुआ खुलाशा
गिरफ्तार अपराधी ने खोले कई राज
भरगामा.भरगामा के जिलेबिया मोड़ जेबीसी नहर के समीप शनिवार की देर शाम अपराध की साजिश रच रहे तीन अपराधियों में से हथियार के साथ गिरफ्तार एक अपराधी को भरगामा पुलिस ने पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में अररिया भेज दिया है. गिरफ्तार अपराधी मो शाकिर पिता मो मंसूर मधेपुरा जिला के श्रीनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत लक्ष्मीपुर भगवती गांव का रहने वाला है. इसके साथ से पुलिस ने दो देसी कट्टा, दो जिंदा कारतूस, दो खोखा, एक बिना नंबर की अपाचे बाइक व एक मोबाइल सहित पांच हजार नगद बरामद किया है. वहीं पुलिसिया पूछताछ में विगत 17 अप्रैल बुधवार को प्रखंड के जमुआन नहर के पास सशस्त्र अपराधियों द्वारा हथियार के बल पर दिन दहाड़े आरोहण माइक्रो फाइनेंस कर्मी से हुई एक लाख चार हजार रुपये की लूट मामले का भी खुलासा हो गया है. गिरफ्तार अपराधी मो शाकिर ने बताया कि तीन अपराधी एक हीं अपाची बाइक पर सवार होकर लूटपाट की घटना को अंजाम दिये थे, जिसमें वह भी शामिल था. पूछताछ में जमुआन नहर के समीप आरोहण माइक्रो फाइनेंस कर्मी से हुई लूटपाट की घटना में शामिल दो अन्य अपराधियों के नाम का भी उन्होंने खुलासा किया है. इधर भरगामा थानाध्यक्ष मनीष कुमार ने बताया कि जमुआन नहर के समीप हुई लूट की घटना व महथावा – भवानीपुर मार्ग में दो दिन पहले एक मनरेगा कर्मी से हुई लैपटॉप छिनतई की घटना के बाद भरगामा पुलिस लगातार अररिया सुपौल सीमा से सटे गांवो पर नजर रख रही थी. इसी क्रम में शनिवार को भरगामा पुलिस को एक शातिर अपराधी को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल हुई है. गिरफ्तार मो शाकिर अंतर जिला गिरोह का सक्रिय सदस्य है. इसकी गिरफ्तारी अपराध की योजना बनाने के दौरान गुप्त सूचना के आधार पर की गयी. पांच अपराधी दो बाइक पर सवार होकर अररिया- सुपौल सीमा पर सिरसिया हनुमानगंज पंचायत स्थित जेबीसी नहर पर किसी बड़े आपराधिक घटना को अंजाम देने के लिए पहुंचे थे. जबकि शनिवार के दिन जिलेबिया मोड़ से कुछ ही दूरी पर मवेशी हाट लगता है जहां से मवेशी व्यापारी मोटी रकम लेकर आते जाते हैं. इस दौरान ग्रामीणों की नजर संदेहास्पद युवकों पर पड़ी. पुलिस बिना मौका गवायें घटनास्थल पर पहुंची तो सभी अपराधी फायरिंग करते हुए मक्का की खेत में भाग गये. इसके बाद एक अपराधी को मक्का के खेत से कट्टा के साथ गिरफ्तार किया गया. उन्होंने बताया कि अन्य अपराधी भागने में सफल रहें. लेकिन पूछताछ के दौरान सभी के नाम का उद्भेदन कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि शेष बचे चार अपराधियों की धर पकड़ के लिये पुलिस लगातार छापामारी कर रही है. थानाध्यक्ष ने बताया कि इस गिरोह का मास्टरमाइंड एक शातीर अपराधी है. जिसके उपर कई थानो में आपराधिक मुकदमा दर्ज होने की जानकारी मिली है. इसके गिरफ्तारी में थानाध्यक्ष मनीष कुमार, एएसआई गौरी शंकर यादव, एसआई सिफैत यादव, एसआई संजय सिंह, एसआई धर्मनाथ राय, एसआई प्रमोद नारायण सिंह, एएसआई परवेज आलम सहित अन्य पुलिस बल शामिल थे.