बेलवा जामा मस्जिद की जमीन पर अल्पसंख्यक छात्रावास निर्माण का ग्रामीणों ने किया विरोध

बाढ़ग्रस्त जगह पर छात्रावास निर्माण कराना पैसे की बर्बादी

By Prabhat Khabar News Desk | September 18, 2024 8:14 PM

फोटो:36-हाथ में तख्ती लिए अल्पसंख्यक छात्रावास का विरोध करते ग्रामीण.

प्रतिनिधि, अररिया

अररिया जिला मुख्यालय से लगभग पांच किलोमीटर अररिया प्रखंड के बेलवा पंचायत स्थित फटकन टोला वार्ड संख्या 10 में सरकार द्वारा प्रस्तावित अल्पसंख्यक छात्रावास निर्माण का ग्रामीणों ने विरोध कर बुधवार को प्रदर्शन किया. ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन जबरदस्ती जामा मस्जिद बेलवा की भूमि पर अल्पसंख्यक छात्रावास बनाना चाहती है. ग्रामीण बड़ी संख्या में इस विरोध प्रदर्शन में शामिल थे. ग्रामीणों ने कहा कि यह इलाका पूरी तरह बाढ़ प्रभावित है, ऐसे भी फटकन टोला एक टापू नुमा मोहल्ला है जो चारों तरफ नदी से घिरा है व हमेशा यहां पानी लगा रहता है, इतना ही नहीं जहां पर यह प्रस्तावित भूमि है उसके ऊपर से हाई टेंशन तार पार किया है, यहां पर छात्रावास के बनने का कोई औचित्य ही नहीं है. ग्रामीण ने कहा कि यह सिर्फ राशि का दुरुपयोग होगा, इससे छात्रों को कोई लाभ नहीं होगा. ग्रामीण अजारूल इस्लाम, जिला परिषद प्रतिनिधि मो मुजाहिद आलम सरपंच प्रतिनिधि नियाज आलम, मंजर आलम आदि ने बताया कि यहां अगर जबरदस्ती छात्रावास बनाया तो कोई काम का नहीं होगा, क्योंकि यहां सड़क हीं नही है. कारी फैयाज आलम ने कहा कि यह भूमि जामा मस्जिद बेलवा की है व मस्जिद की जमीन में कोई सरकारी मकान नही बन सकता है.

55 करोड़ की लागत से जिले में बनना है अल्पसंख्यक छात्रावास

मालूम हो कि बिहार सरकार ने हर जिला मुख्यालय में 55 करोड़ की लागत से अल्पसंख्यक छात्रावास बनाना चाहती है, जिससे शहर में पढ़ने वाले बच्चों को आवास की व्यवस्था हो जाये, लेकिन ऐसी जगह जहां छात्र रह हीं नही पायेंगे, वैसी जगह राशि का जबरदस्ती दुरुपयोग करना सही नहीं है. प्रशासन के खिलाफ ग्रामीणों में भारी आक्रोश है. ग्रामीण ने कहा कि इस स्थल का किसी भी वरीय पदाधिकारी ने आज तक स्थल का निरीक्षण तक नहीं किया. इसीलिए उनको इस चयनित जगह की कोई जानकारी नहीं है, अगर वरीय पदाधिकारियों का भौतिक निरीक्षण हो जाये तो वे नहीं बनने देंगे अल्पसंख्यक छात्रावास.

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