सुपौल निवासी महिला को गंभीर हालत में पीएचसी में छोड़ युवक फरार, महिला की मौत
सड़क हादसे में घायल हुई थी महिला
फोटो:35-पीएचसी में महिला के शव की सिनाख्त करती नरपतगुज पुलिस. प्रतिनिधि, नरपतगंज नरपतगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में गुरुवार दोपहर 30 वर्षीय महिला को एक युवक गंभीर हालत में छोड़कर फरार हो गया. इसके बाद चिकित्सक महिला का इलाज कर रहे थे और इसी क्रम में मौत हो गयी, कुछ घंटे तक शव नरपतगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लावारिस हालत में पड़ा रहा. इसके बाद जब मृतका के परिजन नहीं पहुंचे तो चिकित्सक ने नरपतगंज पुलिस को जानकारी दी. इस मौके पर पहुंची नरपतगंज थाना पुलिस ने कई बिंदु पर जांच पड़ताल कर परिजनों का पता लगाने का प्रयास किया. शुक्रवार की सुबह मृतका की पहचान होने पर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए अररिया भेज दिया. मृतका की पहचान सुपौल जिला के छातापुर प्रखंड अंतर्गत चैनपुर वार्ड संख्या 04 निवासी 30 वर्षीय संगीता देवी पति सत्यनारायण दास के रूप में की गयी. आशंका जाहिर की जा रही है कि महिला अपने घर से नरपतगंज बाजार की तरफ आ रही थी, इसी बीच एनएच पर किसी वाहन की ठोकर से गंभीर रूप से घायल हो गयी. इसके बाद एक युवक गंभीर हालत में महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में छोड़कर भाग निकला. जहां इलाज के दौरान महिला की मौत हो गयी. मामले को लेकर थानाध्यक्ष कुमार विकास ने बताया कि अज्ञात वाहन की ठोकर से महिला गंभीर रूप से घायल हो गयी थी. इसके बाद उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उसकी मौत हो गयी. —————– समय पर मानदेय भुगतान नहीं होने से पंप चालकों में आक्रोश सिकटी. पलासी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत हर घर नल का जल योजना अंतर्गत यूनिब्रो इंफ्रासर्व (प्राइवेट) लिमिटेड के संवेदक उदय सिंह के मनमाने रवयै के कारण पंप चालक आर्थिक व मानसिक शोषण के शिकार हो रहे हैं. जिससे इनके समक्ष आर्थिक तंगी उत्पन्न हो गयी है. जानकारी अनुसार पलासी प्रखंड क्षेत्र में उनीब्रो इंफ्रासर्व प्राइवेट लिमिटेड का कार्य क्षेत्र कुछ पंचायतों में फैला हुआ है. विगत मई 2023 से इस क्षेत्र में कार्य करने वाले पंप ऑपरेटर को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है. जांच के नाम पर विगत 18 माह से इनका मानदेय रोक रखा है, विगत 18 माह से पंप ऑपरेटर मानदेय मिलने की आशा लगाये बैठे हैं. इतना ही नहीं सरकार की ओर लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा देय मानदेय के अनुरूप भुगतान नहीं किया जाना संवेदक की मनमानी को दर्शाता है. तीन हजार मानदेय के लिए 18 माह से यह पंप ऑपरेटर आश लगाये बैठे हैं. ऐसे में यह ऑपरेटरों की स्थिति दयनीय होती जा रही है. ऐसी स्थिति में संवेदक के विरुद्ध ऑपरेटर में असंतोष बढ़ता जा रहा है. जबकि कार्यपालक अभियंता लोक स्वास्थ्य प्रमंडल अररिया द्वारा सभी संवेदकों को पंप चालकों के समय से मानदेय भुगतान को लेकर सख्त हिदायत दी है. इस क्रम में जांच पदाधिकारी के समक्ष ससमय मानदेय भुगतान नहीं होने की शिकायत की जा रही है, फिर भी संवेदक अपने मनमाने रवैये से बाज नहीं आ रहे हैं.
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