युवाओं को तंबाकू के हानिकारक प्रभावों के प्रति किया जा रहा जागरूक

तंबाकू है जानलेवा, इससे रहें दूर

By Prabhat Khabar News Desk | October 16, 2024 8:03 PM
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फोटो-21-जागरूकता कार्यक्रम में शामिल स्कूली बच्चे. प्रतिनिधि, अररिया

युवाओं को तंबाकू के हानिकारक प्रभावों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से जिले में तंबाकू मुक्त युवा अभियान 2.0 संचालित किया जा रहा है. 60 दिवसीय इस अभियान के क्रम में युवाओं द्वारा तंबाकू के उपयोग की शुरूआत को रोकना व उपयोगकर्ताओं को तंबाकू जनित रोगों से बचाने के उद्देश्य से जिले में जागरूकता संबंधी विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रही है. साइकोलॉजिस्ट शुभम कुमार ने बताया कि अभियान के क्रम में विशेष कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को तंबाकू सेवन के हानिकारक प्रभावों के प्रति जागरूक किया जा रहा है. तंबाकू मुक्त शिक्षण संस्थान व तंबाकू मुक्त गांव बनाने की पहल की जा रही है. जिला गैर संचारी रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ राजेंद्र कुमार ने बताया कि तंबाकू सेवन जिले में गंभीर स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक है. विशेष रूप से युवाओं के बीच इसका इसका बढ़ता उपयोग चिंताजनक है. तंबाकू मुक्त युवा अभियान का मुख्य उद्देश्य युवाओं को तंबाकू सेवन के खतरों के प्रति जागरूक करना व उन्हें इस बुरी आदत से दूर रखना है.

रोगों के प्रसार का मुख्य कारण है तंबाकू

सिविल सर्जन डॉ केके कश्यप ने बताया कि तंबाकू सेवन एक व्यक्तिगत समस्या नहीं है. यह समाज के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डालता है. हृदय रोग, कैंसर सहित अन्य गैर संचारी रोगों में इजाफा का मुख्य कारण तंबाकू का सेवन है. अभियान के क्रम में तंबाकू नियंत्रण संबंधी उपायों को मजबूत बनाते हुए लोगों को इस बुरी लत को त्यागने के लिये प्रेरित व प्रोत्साहित किया जा रहा है. —————-

यूनिसेफ के अधिकारियों ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का किया निरीक्षण

फोटो-22-वीएचएसएनडी साइट का निरीक्षण करते अधिकारी.

प्रतिनिधि, अररिया

बाढ़ का पानी उतरने के बाद प्रभावित इलाकों में स्वास्थ्य व पोषण संबंधी सेवाओं के बहाली संबंधी प्रयास जिले में तेज हो चुका है. बाढ़ प्रभावित लोग खासकर बच्चे व महिलाओं को गंभीर बीमारियों व कुपोषण के खतरों से बचाते हुए स्वास्थ्य सेवाओं के बहाली की कवायद की जा रही है. इसी कड़ी में यूनिसेफ बिहार के कार्यक्रम प्रबंधक सिवेंद्र पांडेय व स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ रेड्डी ने जिले के जोकीहाट प्रखंड अंतर्गत बाढ़ प्रभावित इलाकों का भ्रमण किया. इस क्रम में यूनिसेफ के एसएमसी आदित्य कुमार सिंह व एडीसी राकेश कुमार सहित प्रखंड स्तरीय अन्य स्वास्थ्य अधिकारी साथ थे.

स्वास्थ्य व पोषण संबंधी सेवाओं का किया आकलन

यूनिसेफ के राज्य कार्यक्रम प्रबंधक सिवेंद्र पांडेय व स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ रेड्डी ने जोकीहाट प्रखंड के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया. इस क्रम में उन्होंने प्रभावित इलाकों में उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं का निरीक्षण किया. जोकीहाट के डुब्बा टोल, रामराय टोला में टीकाकरण व वीएचएसएनडी साइट पहुंच कर आमलोगों को दी जा रही सेवाओं की मॉनिटरिंग की. इस क्रम में क्षेत्र के कई आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण करते हुए कुपोषण से निपटने के लिये अधिकारियों ने उपलब्ध सेवाओं का आकलन किया. निरीक्षण के क्रम में यूनिसेफ के राज्य कार्यक्रम प्रबंधक ने प्रभावित इलाकों में टीकाकरण, पोषण व आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं की जल्द बहाली पर जोर दिया. निरीक्षण के उपरांत यूनिसेफ के अधिकारियों ने जिलाधिकारी व सिविल सर्जन से मिल कर उन्हें प्रभावित इलाकों में स्वास्थ्य व पोषण सेवाओं से संबंधित चुनौतियों से अवगत कराया.

दीर्घकालीन व सतत समाधान की दिशा में होगी पहल

यूनिसेफ के राज्य कार्यक्रम प्रबंधक सिवेंद्र पांडेय ने बताया कि उनके निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य बाढ़ के बाद के प्रभावों से निपटने के लिए स्वास्थ्य व पोषण सेवाओं की बहाली में आ रही चुनौतियों को समझना व इसका समाधान निकालना है. उन्होंने बताया कि यूनिसेफ बिहार राज्य में बाढ़ का प्रभाव से जूझ रहे जिले में स्वास्थ्य व पोषण संबंधी सेवाओं की पुनर्बहाली की दिशा में सकारात्मक प्रयास कर रहा है. ताकि प्रभावित इलाकों में जल्द स्वास्थ्य सेवाओं की बहाली हो सके.

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