कोरोना जांच को लेकर जालिम मुखिया का लिया गया सैंपल, नेपाल के पर्सा में तीन भारतीय मौलाना में कोरोना की पुष्टि
नेपाल के जगरनाथपुर ग्रामपालिका के मुखिया जालिम मुखिया की गिरफ्तारी की खबर उस वक्त अफवाह साबित हुई, जब उसके घर में कोरोना संक्रमण की जांच की तस्वीर वायरल हुई. नेपाल स्वास्थ्य विभाग ने जालिम मुखिया सहित अन्य 38 लोगों का कोरोना जांच का सैंपल लेकर जांच के लिए काठमांडू भेजा गया. जिसकी रिपोर्ट आना अभी बाकी है. वीरगंज के पर्सा में जगरनाथ ग्रामपालिका स्थित उसके निज निवास में स्वास्थ्य कर्मी पहुंचे व जालिम मुखिया के ब्लड सैम्पल इकट्ठा कर स्वास्थ्य कर्मी ले गये.
जोगबनी : नेपाल के जगरनाथपुर ग्रामपालिका के मुखिया जालिम मुखिया की गिरफ्तारी की खबर उस वक्त अफवाह साबित हुई, जब उसके घर में कोरोना संक्रमण की जांच की तस्वीर वायरल हुई. नेपाल स्वास्थ्य विभाग ने जालिम मुखिया सहित अन्य 38 लोगों का कोरोना जांच का सैंपल लेकर जांच के लिए काठमांडू भेजा गया. जिसकी रिपोर्ट आना अभी बाकी है. वीरगंज के पर्सा में जगरनाथ ग्रामपालिका स्थित उसके निज निवास में स्वास्थ्य कर्मी पहुंचे व जालिम मुखिया के ब्लड सैम्पल इकट्ठा कर स्वास्थ्य कर्मी ले गये.
नेपाल के पर्सा में तीन भारतीय मौलाना में कोरोना की पुष्टि
नेपाल के प्रदेश संख्या दो के वीरगंज अंतर्गत पर्सा में तीन भारतीय मौलाना में कोरोना संक्रमण की पुष्टि के बाद पुलिस अनुसंधान में ट्रेवल हिस्ट्री सहित अन्य अनुसंधान में कई चौंकनेवाले मामले सामने आये हैं. जानकारी के अनुसार ये सभी सप्तरी में 13 से 15 फरवरी तक तीन दिनों तक चले अंतरराष्ट्रीय मुस्लिम सम्मेलन में हिस्सा लेने 6 फरवरी को रेल मार्ग से फारबिसगंज में उतरे व उसके बाद जोगबनी आने की बात नेपाल पुलिस के प्रथम अनुसंधान में सामने आयी है. पुलिस अनुसंधान में यह सभी लोग उत्तरप्रदेश से फारबिसगंज होते हुए भारत-नेपाल के जोगबनी नाका से नेपाल में प्रवेश किये थे.
इज्तिमा में भाग लेने के लिए नेपाल आये थे लोग
सप्तरी के बोदेबरसाइन के जाजर में आयोजित अंतरराष्ट्रीय मुस्लिम धार्मिक सम्मेलन (इज्तिमा) में सहभागी होने के लिए ये लोग नेपाल आये थे. ये सभी कुछ समय सुनसरी के दुहबी में रुके व सुनसरी के इनरुवा में एक सप्ताह रुक कर सप्तरी के जाजर स्थित अंतराष्ट्रीय मुस्लिम सम्मेलन स्थल में जाने की बात सामने आयी है. सभी जगह इन लोगों ने सार्वजनिक गाड़ी का प्रयोग किया था. इन सभी के अब तक सिर्फ विभिन्न मस्जिदों में ही रुकने की बात सामने आयी हैं. ये सभी इज्तिमा समाप्त होने के बाद दिल्ली वापस गये या नहीं, अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है. ये सभी इज्तिमा से दिल्ली गये या सीधे पर्सा पहुंचे इसके बारे में विभिन्न तरीके से अनुसंधान किया जा रहा है.
कहां रुके और किनके संपर्क में रहे, जांच कर रहे नेपाली सेना के विशेषज्ञ
इसके लिए मोबाइल कॉल डिटेल व सीडीआर जांच की जा रही है. इसके अनुसंधान में नेपाली सेना व नेपाल पुलिस की टीम एसपी गंगा पंत के नेतृत्व में अनुसंधान में जुटी है. इन सभी पर्सा के सुगौली सहित तीन मस्जिदो में भी रुकने की बात सामने आयी है. इन सभी की पर्सा के सुगौली स्थित एक मस्जिद से लॉकडाउन के दो दिन बाद बिरगंज महानगरपालिका के छपकैया स्थित श्रीराम हॉल के निकट रहे मस्जिद में आने की बात सामने आयी है. उक्त मस्जिद में कोरोना संक्रमण पुष्टि हुए तीन मौलाना सहित 29 लोगों के एक साथ आने की बात सामने आयी है. वहीं फारबिसगंज से जोगबनी नाका होते हुए रानी, दुहबी, इनुरूवा सप्तरी सहित अन्य स्थानों में किन-किन लोगों से मिले, किन-किन के संपर्क में रहे इसके अनुसंधान की जिम्मेदारी नेपाली सेना के विशेषज्ञ टेक्निकल टीम को दी गयी है.