जिप सदस्य ने शुरू किया अनशन

राशि रहने के बावजूद नहीं हो रहा विकास कार्य

By Prabhat Khabar News Desk | June 20, 2024 8:35 PM

अररिया. जिला परिषद की बैठक में लिए गये निर्णय के क्रियान्वयन में विफलता, पलायन की भीषण समस्याओं के बावजूद मनरेगा शुरू करने में टाल मटोल की नीति अपनाने सहित अन्य मांगों को लेकर जिला परिषद सदस्य गुरुवार को अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठ गये हैं. जिला परिषद कार्यालय के बरामदे पर अनशन पर बैठे प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्र संख्या 11 के जिप सदस्य इश्तियाक आलम ने कहा कि जब तक उनकी मांगों को नहीं माना जाता है तब तक उनका आमरण अनशन जारी रहेगा. जिप सदस्य इश्तियाक आलम के समर्थन में जिप सदस्य परवेज मुशर्रफ, जिप सदस्य प्रतिनिधि फैसल जावेद सहित कई अन्य ग्रामीण भी मौजूद थे. हालांकि जिप सदस्य के अनशन की सूचना के बाद डीडीसी सह कार्यपालक पदाधिकारी रोजी कुमारी, जिला परिषद अध्यक्ष आफताब अजीम पप्पू, जिप उपाध्यक्ष प्रतिनिधि श्रवण कुमार दास सहित कई पार्षद व उनके प्रतिनिधि अनशन पर बैठे जिला पार्षद को अनशन तोड़ने का आग्रह किया व बैठकर बातचीत से समस्या के समाधान की बात कहा. डीडीसी रोजी कुमारी ने कहा कि पुरानी बातों को छोड़कर नये सिरे से विकास कार्यों को अंजाम देने के लिए सबों का सहयोग आवश्यक है. उन्होंने अनशन पर बैठे पार्षद के मांगों पर बिंदुवार जवाब दिया व कहा कि चुनाव आचार संहिता की वजह से तीन महीने विकास कार्य बाधित था. आचार संहिता खत्म होने के बाद कार्यों में तेजी आयी है. जिप अध्यक्ष पप्पू अजीम ने भी उठाये गये मुद्दों पर अपनी सफाई दी व कहा कि आपके सभी मुद्दों का क्रियान्वयन हो रहे हैं. लेकिन अनशन पर बैठे जिला पार्षद अपनी मांगों पर डेट रहे. अनशन कर रहे जिला पार्षद इश्तियाक आलम ने कहा कि जिला परिषद में पर्याप्त राशि रहने के बाद भी विकास विकास की योजनाएं गति नहीं पड़ रही है, आवंटित राशि व व्यय राशि का ब्योरा पार्षदों के समक्ष आम बैठक में प्रस्तुत नहीं किया जाता है. जिला परिषद की चल व अचल संपत्ति कहां है इसमें पारदर्शिता का अभाव है. अधिकारियों को जिला परिषद के कार्यों में रुचि नहीं लेना व जिला परिषद के कार्यालय में समय नहीं देने से काम बाधित रहने सहित अन्य मांग शामिल है.

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