चीन बॉर्डर पर शहीद हुए जवानों में बिहार के सुनील का नाम, शोक में डूबे परिजनों को फोन कर कहा- ‘मैं जिंदा हूं’

बिहार के छपरा से एक बड़ी खबर सामने आई है. मंगलवार को भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई झड़प में भारत के कई जवान शहीद हो गए. वहीं शहीद जवानों में एक परसा थाना क्षेत्र के दीघरा निवासी सुखदेव राय के पुत्र सुनील कुमार के भी शहादत प्राप्त करने की खबर सामने आने के बाद उनके पैतृक गांव में शोक की लहर दौड़ गयी. लेकिन इस बीच आज यह जानकारी मिल रही है कि जिस सुनिल कुमार के शहीद होने की खबर फैली थी वो एक गलतफहमी मात्र थी.

By ThakurShaktilochan Sandilya | June 17, 2020 12:44 PM

बिहार के छपरा से एक बड़ी खबर सामने आई है. मंगलवार को भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई झड़प में भारत के कई जवान शहीद हो गए. वहीं शहीद जवानों में एक परसा थाना क्षेत्र के दीघरा निवासी सुखदेव राय के पुत्र सुनील कुमार के भी शहादत प्राप्त करने की खबर सामने आने के बाद उनके पैतृक गांव में शोक की लहर दौड़ गयी. लेकिन इस बीच आज यह जानकारी मिल रही है कि जिस सुनिल कुमार के शहीद होने की खबर फैली थी वो एक गलतफहमी मात्र थी.

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मंगलवार को शहादत की मिली थी खबर 

मंगलवार को खबर फैलने के बाद से छपरा में उनके पैतृक गांव और आस-पास में लोग शोक में डूबे थे. इसी बीच खबर मिली की उनके गांव के जवान सुनील कुमार अभी जिंदा हैं और सही सलामत हैं.यह सुनते ही कल से पसरा गम का माहौल खत्म हो गया और परिजनों व लोगों के चेहरों पर खुशी वापस लौटी.

आई-कार्ड गिर जाने के कारण हुई गलतफहमी

इस बात की जानकारी तब मिली जब जवान सुनील कुमार ने खुद फोन कर अपने परिजनों को फोन किया और इस बात की जानकारी दी कि वो लद्दाख में ही हैं और सही सलामत हैं . उन्होंने बताया कि उनका आई-कार्ड उसी जगह गिर गया था.और उसी आधार पर यह खबर फैली की उनकी भी शहादत हुई है. हालांकि बिहार के ही पटना जिले के बिहटा स्थित तारानगर सिकरिया निवासी के रूप में एक जवान सुनील कुमार के शहीद होने की पुष्टि हुई है.

सोमवार रात गलवान घाटी के पास देशों की सेनाओं के बीच हुई हिंसक झड़प

बता दें कि सोमवार रात को गलवान घाटी के पास दोनों देशों की सेनाओं के बीच हुई हिंसक झड़प में बिहार के सारण के भी जवान सुनील के शहीद होने की खबर मिली थी, जिसके बाद परसा प्रखंड के दिघरा परसा गांव में कोहराम मच गया था. अब उनके सही सलामत होने की खबर से गांव में लोगों के चेहरों पर वापस खुशियां लौटी है.

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