दुनिया के सबसे खराब ट्रैफिक सिटी में आरा व बिहारशरीफ, दो साल पहले लगी ट्रैफिक लाइटें अबतक नहीं हुईं चालू
अमेरिकी संस्था नेशनल ब्यूरो ऑफ इकोनॉमिक रिसर्च (एनबीइआर) ने हाल ही में दुनियाभर के सबसे खराब ट्रैफिक स्थिति वाले 20 शहरों की सूची जारी की है. इस सूची बिहारशरीफ शहर का भी नाम है. इस सूची में बिहार राज्य के दो शहरों का नाम है. इनमें आरा शहर सातवें एवं बिहारशरीफ शहर 11 वें स्थान पर हैं.
बिहारशरीफ. शहरवासी वर्षों से ट्रैफिक की समस्या से जूझ रहे हैं. शहरवासियों को आये दिन सड़क जाम से जूझना पड़ रहा है. दुनिया भर के शहरों में ट्रैफिक एक बड़ी समस्या बनती जा रही है और पिछले एक दशक में गाड़ियों की लगातार बढ़ती संख्या ने इसका और बुरा हाल कर दिया है. इससे अपना बिहारशरीफ शहर भी अछूता नहीं है. ट्रैफिक के मामले में छोटे शहर दुनिया के बड़े शहरों को पीछे छोड़ते नजर आ रहे हैं. अमेरिकी संस्था नेशनल ब्यूरो ऑफ इकोनॉमिक रिसर्च (एनबीइआर) ने हाल ही में दुनियाभर के सबसे खराब ट्रैफिक स्थिति वाले 20 शहरों की सूची जारी की है. इस सूची बिहारशरीफ शहर का भी नाम है. इस सूची में बिहार राज्य के दो शहरों का नाम है. इनमें आरा शहर सातवें एवं बिहारशरीफ शहर 11 वें स्थान पर हैं. अमेरिकी संस्था द्वारा 152 देशों के 1200 शहरों की ट्रैफिक व्यवस्था का अध्ययन करने के बाद यह रिपोर्ट जारी की गयी है. इस सूची में भारत के आठ शामिल हैं.
अस्पताल चौक को छोड़ कर कहीं ट्रैफिक लाइट चालू नहीं
दुनिया के सबसे खराब ट्रैफिक स्थिति वाले 20 शहरों में बिहारशरीफ शहर के शुमार होने से शहरवासी काफी आहत हैं. शहरवासियों का कहना है कुछ अच्छे कार्य करने वाले शहरों में बिहारशरीफ का नाम आने पर उन्हें खुशी होती, लेकिन अपना शहर अब खराब शहरों में बिहारशरीफ के शामिल होने से उन्हें असिम पीड़ा हो रही है. दुख की बात यह है कि वर्षों से शहर के लोग खराब ट्रैफिक की समस्या से जूझ रहे हैं. शहर के स्मार्ट सिटी परियोजना में शामिल होने के पांच साल बाद भी इस समस्या से निजात शहरवासियों को नहीं मिल पायी है. शहर के सात चौक-चौराहों पर दो साल से ट्रैफिक लाइट लगी हुई है, जो केवल शहर की शोभा बढ़ा रही है. शहर के अस्पताल चौक को छोड़ कर शहर में और कहीं ट्रैफिक लाइट चालू नहीं हो पायी है. शहर में अतिक्रमण की भी सबसे बड़ी समस्या है. अतिक्रमण के कारण शहर की सड़कें लगातार संकीर्ण होती जा रही हैं, जिसके कारण शहर में जाम लगना आम बात हो गया है. पीक आवर्स के दौरान शहर में गाड़ी चलाने वाले लोग औसतन हर वर्ष करीब 10 से 12 दिन ट्रैफिक में फंस कर बिताते हैं. भाग-दौड़ भरी जिंदगी में इतने समय का जाम में फंसकर बर्बाद हो जाना अत्यंत दुखद है.
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क्या कहते हैं शहरवासी
दुनियाभर की सबसे खराब ट्रैफिक स्थिति वाले टॉप- 20 शहरों में बिहारशरीफ शहर के शुमार होने से काफी दुखी हुआ है. शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर करने की ओर अधिकारियों का ध्यान नहीं है. शहर के लोग वर्षों से यह परेशानी झेल रहे हैं.
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महेंद्र कुमार विकल, सेवानिवृत्त कर्मी सह समाजसेवी
स्मार्ट सिटी परियोजना में बिहारशरीफ शहर के शामिल होने से शहरवासियों में यह आसा जगी थी कि अब शहर का समुचित विकास होगा. शहर के लोग पांच साल से आस लगाये बैठे हैं, लेकिन उन्हें आज तक कोई बेहतर व्यवस्था दिखाई नहीं पड़ रही है.
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अरविंद कुमार, प्रचार्य, कैंब्रिज स्कूल
शहर की व्यवस्था ठीक करने व बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने की ओर अधिकारियों का ध्यान नहीं है. शहर के सात चौक-चौराहों पर स्मार्ट सिटी की ओर से ट्रैफिक लाइट लगायी गयी है. सात में से एक जगह अस्पताल चौक पर केवल ट्रैफिक लाइट चालू हुई है.
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अनिल कुमार अकेला, अध्यक्ष, चैंबर ऑफ कॉमर्स
शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए शहर में अतिक्रमण हटाना होगा. आज तक इस ओर अधिकारियों का ध्यान नहीं है. अतिक्रमण दिनों-दिन बढ़ती ही जा रही है. इसकी वजह से शहर की सड़कें संकरी होती जा रही हैं. इस पर ध्यान देना चाहिए.
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अर्जुन प्रसाद सिंहा, पूर्व प्राचार्य
अतिक्रमण हटाने के लिए दिया गया है प्रपोजल
शहर के सात चौक-चौराहों पर स्मार्ट सिटी द्वारा ट्रैफिक लाइट लगायी गयी है. इनमें से केवल अस्पताल चौक पर लाइट चालू है. उन जगहों पर अतिक्रमण के कारण लाइट को चालू नहीं की जा सकी है. स्मार्ट सिटी को ट्रैफिक पुलिस द्वारा प्रपोजल दिया गया है कि शहर के इतवारी बाजार व सोहसराय पर लगी ट्रैफिक लाइट को चालू करने के लिए अतिक्रमण हटाने के साथ ही ट्रैफिक पोस्ट एवं रोड डिवाइडर बनाया जाये. उनके इस पर प्रपोजल पर स्मार्ट सिटी द्वारा अब तक कोई जवाब नहीं दिया गया है.
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सुनील कुमार सिंह, ट्रैफिक डीएसपी, नालंदा
शहर के सभी जंक्शन को चौड़ा करने का प्रपोजल तैयार किया गया है.शहर के चौक-चौराहों से ठेला, ट्रांसफार्मर, बिजली के तार आदि हटाए जाएंगे. स्मार्ट सिटी के द्वारा इसका प्रोजेक्ट तैयार किया गया है. इसके तहत जंक्शन को चौड़ा किया जाना है. इन जंक्शनों पर लगे ट्रैफिक लाइट को चालू किया जाएगा. इसका टेंडर भी हो चुका है तथा राशि का भी आवंटन हो गया है.
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केदारसन, अधिकारी, स्मार्ट सिटी