Jaipur Water Logging: राजस्थान की राजधानी जयपुर के विश्वकर्मा थाना क्षेत्र में गुरुवार की सुबह एक मकान के बेसमेंट में बारिश का पानी घुसने से एक नाबालिग समेत तीन लोगों की डूबने से मौत हो गयी. मरने वाले सभी बिहार के हैं. राजस्थान के मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिवार को पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का निर्देश दिया है.
बेसमेंट में पानी घुसने से फंसा परिवार
पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) अमित कुमार ने बताया कि घर के बेसमेंट में पानी घुसने के बाद परिवार के सदस्यों ने अपना सामान निकालना शुरू कर दिया. इसी दौरान दो परिवारों के तीन लोग बेसमेंट में पानी भर जाने के कारण फंस गये. अधिकारी ने बताया कि एसडीआरएफ की एक टीम द्वारा कमल साह (23 वर्ष), पूजा सैनी (19 वर्ष) और उसकी रिश्तेदार पूर्वी सैनी (6 वर्ष) के शव बरामद करने के बाद अभियान समाप्त हो गया.
बिहार का परिवार मकान बनाकर रह रहा था
बिहार के भोजपुर जिले के बिहिया थाना क्षेत्र के संडौर गांव निवासी पूजा के पिता अशोक कुमार सैनी उर्फ अशोक माली ने जयपुर के विश्वकर्मा इंडस्ट्रियल एरिया के ध्वजनगर के वार्ड पांच में अपना मकान बनवा रखा है. बेसमेंट में वह, पत्नी, चार बेटे और इकलौती बेटी पूजा संग रहते थे. मकान के ऊपरी तल्ले पर उन्होंने किराया लगा रखा है. उनका घर जयपुर का सबसे निचले क्षेत्र में है. भारी वर्षा के कारण क्षेत्र में जलजमाव हो गया और बेसमेंट की दीवार टूट गयी.
शादी के बदले अब उठेगी पूजा की अर्थी
अशोक सैनी के साथ उनके चार भाई भी वहीं रहकर अपने परिवार का भरण पोषण प्राइवेट नौकरी कर करते हैं. गांव वालों ने बताया कि पूजा की शादी शाहपुर थाना क्षेत्र के डुमरिया निवासी संतोष कुमार से तय हो गयी थी. फरवरी में उसकी शादी होने वाली थी. वहीं, कमल रोहतास जिले के सूर्यपुरा थाना क्षेत्र के धर्मागतपुर गांव का रहने वाला था. कमल के पिता बैजनाथ साह वर्षों से सपरिवार जयपुर में ही रह रहे हैं. पूर्वी सैनी पूजा की रिश्तेदार बतायी जा रही है.
जयपुर हादसे पर बिहार के मुख्यमंत्री ने जताया शोक
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जयपुर के एक घर के बेसमेंट में पानी जमा होने से बिहार के तीन लोगों की डूबकर हुई मौत पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने कहा है कि यह घटना अत्यंत दुखद है. मुख्यमंत्री ने स्थानिक आयुक्त, नयी दिल्ली को निर्देश दिया है कि राजस्थान सरकार से समन्वय स्थापित कर घटना की विस्तृत जानकारी लेकर अग्रेतर कार्रवाई सुनिश्चित करें. उन्होंने मृतकों के निकटतम आश्रितों को दो-दो लाख रुपये मुख्यमंत्री राहत कोष से देने की घोषणा की है.