जिले के सभी शिक्षकों की शत-प्रतिशत ऑनलाइन उपस्थिति कल से अनिवार्य : डीडीसी

उप विकास आयुक्त विक्रम वीरकर की अध्यक्षता में शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी. बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सहित शिक्षा विभाग के साथ कई विभाग के अधिकारी मौजूद रहे.

By Prabhat Khabar Print | June 29, 2024 9:13 PM

आरा.

उप विकास आयुक्त विक्रम वीरकर की अध्यक्षता में शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी. बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सहित शिक्षा विभाग के साथ कई विभाग के अधिकारी मौजूद रहे. इसमें शिक्षा विभाग से जुड़े कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा कर निर्णय लिया गया. जिसमें मुख्य रूप से वर्तमान समय में शिक्षकों की चल रही ऑनलाइन उपस्थिति पर चर्चा हुई जिसमे यह पाया गया कि अभी तक जिले के 366 विद्यालयों में ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज नहीं हो रही है. उप विकास आयुक्त ने कड़े निर्देशों के साथ जिले के सभी शिक्षकों को एक जुलाई से शत-प्रतिशत विद्यालयों में उपस्थिति दर्ज करने की हिदायत दी. अगर किसी भी विद्यालय के कोई भी शिक्षक ससमय ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज नहीं करते हैं तो उन पर कड़ी कार्रवाई की जा सकती है. बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि इ-शिक्षाकोश पोर्टल पर जिले के सभी छात्र/छात्राओं के आधार सहित विवरणी शीघ्र पाेस्ट करने का निर्देश दिया गया. सभी विद्यालयों में पौधारोपण एवं चहारदीवारी के लिए विद्यालयों की आवश्यकता शीघ्र कार्यालय को उपलब्ध कराने को कहा गया. वहीं जिले के लिए निर्धारित पोषण वाटिका के लक्ष्य के लिए निर्धारित विद्यालयों की मिट्टी की जांच अगले सप्ताह कराने का आदेश दिया गया.

आइसा ने की विश्वविद्यालय में तालाबंदी : आरा.

छात्र संगठन आइसा ने वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में प्रशासनिक गेट पर अनिश्चितकालीन तालाबंदी की और घंटों तक नामांकन में हुई गड़बड़ी के खिलाफ सहित विभिन्न मांगों को लेकर नारेबाजी की. करीब पांच घंटे तक तालाबंदी जारी रही और विश्वविद्यालय के पदाधिकारी मौखिक वार्ता कर तालाबंदी खत्म करने की कोशिश करते रहे. लेकिन वार्ता सफल नहीं हुई. पांच घंटा बीतने के बाद विश्वविद्यालय के कुलसचिव, अध्यक्ष छात्र कल्याण और कुलानुशासक के द्वारा लिखित जवाब दिया गया, तब जाकर तालाबंदी समाप्त हुई. पदाधिकारियों से लिखित आश्वासन लिया गया जिसमे यह तय हुआ की आगामी मंगलवार को कुलपति के साथ छात्र संगठनों की बैठक की जायेगी. उस बैठक में अगर नामांकन में गड़बड़ी पायी जाती है, तो जितने भी स्नातक में नए सत्र का नामांकन हुआ है. पूरी तरह से रद्द कर दिया जायेगा और तत्काल नामांकन समिति की बैठक की जायेगी. आइसा जिला सचिव विकास कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय पदाधिकारियों से उनके पैड पर लिखित रूप से आश्वासन लिया गया है. अगर मंगलवार को बैठक में थोड़ा भी छात्र हित में उठाये गये मांगों को अनदेखा किया गया, तो आइसा पूरे विश्वविद्यालय में अनिश्चितकालीन तालाबंदी करेगी और राजभवन मार्च भी करेगी.

आइसा की प्रमुख मांगें :

स्नातक सत्र 2024 – 28 में हुए पूरी नामांकन को रद किया जाए और पुनः मेधा सूची प्रकाशित करके नामांकन लिया जाये. मान्यता प्राप्त सभी प्राइवेट कॉलेजों में नामांकन शुल्क निर्धारित किया जाये, स्नातकोत्तर सत्र 2022 – 24 समेस्टर 2 का रिजल्ट जल्द प्रकाशित किया जाये और समेस्टर तीन की परीक्षा तिथि घोषित की जाये, स्नातक और स्नातकोत्तर में सीट बढ़ोतरी की जाये और छात्रसंघ चुनाव की तिथि घोषित की जाये. तालाबंदी कार्यक्रम में आइसा के राज्य सचिव सबीर कुमार, जिला सह सचिव कमलेश यादव, जयशंकर प्रसाद, आइसा नेता चंदन दास, शाहिल एरोरा, राजेश कुमार, सनोज चौधरी, सुधीर कुमार, गौतम यादव, शुभम मौर्या, गोल्डन कुमार, राजू, लालजी शर्मा, चंदन यादव, देवेंद्र, मिर्तुंजय, सन्नी, अंकित और दर्जनों नेता और छात्र शामिल थे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version