कोईलवर.
गीधा थाना क्षेत्र के वीरमपुर गांव में दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के संचालित सीएसपी संचालक द्वारा ग्राहकों के करोड़ो रुपये डकार कर फरार हो जाने के बाद पीड़ित ग्राहकों का गुस्सा फूट पड़ा. इसके बाद पीड़ित ग्राहकों ने कायमनगर बाजार के समीप पटना-बक्सर फोरलेन को जाम कर दिया. जाम कर रहे लोग सीएसपी संचालक को गिरफ्तार करने और अपने पैसे वापस करने की बात कह रहे थे. आक्रोशित लोगों ने लगभग तीन घंटे तक हाइवे को जाम रखा, जिससे हाइवे के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गयी. इधर जाम की सूचना पर घटनास्थल पर पहुंची गीधा थानाध्यक्ष उमूस सलमा, सर्किल इंस्पेक्टर विजय कुमार भारती और एसडीपीओ सदर-2 रंजीत कुमार सिंह दलबल के साथ आक्रोशित लोगों को समझाने बुझाने का प्रयास करने लगे. लाख समझाने बुझाने के बाद आक्रोशितों का गुस्सा शांत हुआ, जिसके बाद एसडीपीओ-2 ने पीड़ित ग्राहकों से एक एक कर उनकी समस्याएं सुनीं और उन्हें उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया .इसे लेकर कायमनगर बाजार से लेकर गीधा थाना तक पूरे दिन अफरातफरी का माहौल रहा. दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक का था सीएसपी : जिस सीएसपी पर करोड़ों रुपये डकारने के बाद संचालक फरार हो गया है वह सीएसपी कायमनगर बाजार स्थित मध्य बिहार ग्रामीण बैंक का है और वीरमपुर में संचालित होता है. हैरतअंगेज यह है की वीरमपुर में चल रहा यह सीएसपी पुरदिलगंज के नाम से निबंधित है. दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक का यह सीएसपी सहयोग बिजनेस प्राइवेट लिमिटेड द्वारा संचालित किया जा रहा था और इसे आरा के गिरजा मोड़ निवासी चंदन सहाय अपनी मां उषा सिन्हा के साथ चला रहा था. 2016 से संचालित इस सीएसपी से लगभग दो सौ ग्राहक जुटे थे. अबतक मिली जानकारी के अनुसार यहां के ग्राहकों के एक करोड़ से ज्यादा रुपये लेकर संचालक फरार हो गया है. खुला भेद, तो मच गयी अफरातफरी: पीड़ित ग्राहकों ने बताया कि किसी ग्राहक को पैसे की जरूरत पड़ने पर वह सीएसपी गया तो बंद पाया. इसके बाद वह कायमनगर स्थित बैंक शाखा गया, जहां पासबुक अपडेट कराने पर खाते में पहले से जमा पैसे अपडेट नहीं हुए. इसके बाद जब उक्त ग्राहक ने इसकी जानकारी शाखा से लेनी चाही, तो उसे कुछ स्पष्ट जवाब नहीं मिला. इसके बाद यह खबर जंगल में आग की तरह फैल गयी. इसके बाद कई ग्राहकों ने अपना पासबुक अपडेट कराया, जिसके बाद इलाके में हाहाकार मच गया. इसके बाद सैकड़ों ग्रामीण दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक कायमनगर पहुंच गये और हो हंगामा करने लगे. एनएच जाम और बैंक में हंगामा की सूचना मिलते एसडीपीओ-2 रंजीत कुमार सिंह, सर्किल इंस्पेक्टर विजय कुमार भारती, गीधा थानाध्यक्ष उमुस सलमा पुलिस बल के साथ पहुंच ग्रामीणों को समझा बुझा जाम हटाया और गीधा थाना पहुंच लिखित आवेदन देने को कहा.सालो से कर रहा था फर्जीवाड़ा : बीरमपुर के दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि वे बीरमपुर सीएसपी में पैसा जमा करते थे. जिसके लिए सीएसपी संचालक पैसा जमा करने के बाद प्रिंटर खराब, लिंक फेल समेत कई बार दूसरे, तीसरे दिन आने की बात कह लौटा देता था. जबकि उनके खाते में पैसा जमा ही नहीं होता था. इस बात का खुलासा तब हुआ कि बीरमपुर की रेणु देवी अपनी पुत्री की शादी के लिए जब कायमनगर बैंक पहुंची, तो जानकारी मिली कि उनके खाते में पैसा ही नहीं है.सीएसपी का लाइसेंस महिला के नाम पर: फरार सीएसपी संचालक पिछले आठ साल से सीएसपी चलाता था और एक सप्ताह पूर्व ही बीरमपुर स्थित यह सीएसपी बंद कर फरार हो गया. जब इसकी सूचना अन्य ग्रामीण उपभोक्ताओं को लगी तो बैंक पहुंच जानकारी ली तो कई उपभोक्ताओं के उनके खाते में पैसा नहीं जमा था. ग्राहकों ने बताया संचालक पासबुक, आधार कार्ड सब कुछ जमा करवा लेता था. ग्राहकों ने बताया कि कायमनगर के प्रबंधक की भी इसमें संलिप्ता है. जो ग्राहक कायमनगर बैंक में 25 हजार से ज्यादा पैसा जमा करने आते थे उन्हें सीएसपी में पैसा जमा करने भेज देता था. जबकि नियम है कि सीएसपी में 25 हजार से ज्यादा रुपये की जमा और 10 हजार रुपये से ज्यादा की निकासी नहीं कर सकता है. ग्रामीण बैंक कायमनगर शाखा के प्रबंधक अनुनय कुमार ने बताया कि मेरे ऊपर लगाये गये आरोप बेबुनियाद हैं. सीएसपी संचालक द्वारा चलाये जा रहे लेखा जोखा उनके पास नहीं है. एसडीपीओ बोले, जल्द ही आरोपित होगा गिरफ्तार : एसडीपीओ-2 रंजीत कुमार सिंह ने बताया कि बीरमपुर में दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक का सीएसपी है. जिसमें सीएसपी संचालक चंदन सहाय जो आरा का रहनेवाला है, जिसने एक सौ से ज्यादा उपभोक्ताओं के खाते में राशि जमा नहीं करने और धोखाघड़ी का आरोप लगाया गया है, जिसे लेकर जांच पड़ताल की जा रही है. जल्द ही सीएसपी संचालक की गिरफ्तारी की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है