वीर कुंवर सिंह मैदान में बने मैनहोल के ढक्कन को निकाल कर ले भागे चोर
नगरवासियों की सुविधा के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने कराया था सौंदर्यीकरण
आरा.
वीर कुंवर सिंह मैदान में बरसात में जमा होनेवाले पानी को निकालने के लिए काफी अच्छा ड्रेनेज सिस्टम बनाया गया है, ताकि लोगों को किसी तरह की असुविधा नहीं हो. बरसात के दिनों में भी लोग आराम से निर्माण किये गये पाथवे पर टहल सकें. निकासी पाइप में किसी तरह की गड़बड़ी होने पर उसकी सफाई को लेकर जगह-जगह मैनहोल का निर्माण किया गया है तथा इसमें ढक्कन लगाया गया है. स्थिति ऐसी है कि जो सभी की सुविधा के लिए बनाया गया है, उसे भी असामाजिक तत्वों द्वारा असुविधा पहुंचने के लिए कई तरह के प्रयास किये जा रहे हैं. इस पर नगरवासियों की तरफ से बचाव के कोई उपाय नहीं किया जा रहे हैं. जबकि इसका लाभ नगरवासी ही उठाते हैं. मैनहोल के लगभग 20 ढक्कन निकाल लिये गये हैं. चोरों ने इस पर अपना हाथ साफ कर दिया है. बदतर स्थिति में पहुंचे वीर कुंवर सिंह मैदान का सौंदर्यीकरण पूर्व केंद्रीय ऊर्जा मंत्री राजकुमार सिंह ने लोगों की सुविधा के लिए कराया था. इसमें कई तरह की सुविधा दी गयी है. जबकि सौंदर्यीकरण हो जाने के बाद असामाजिक तत्वों द्वारा लगातार इसमें गड़बड़ी पैदा की जा रही है. ढक्कन नहीं रहने से मैनहोल में गिर रहा कचरा : मैनहोल के उपर ढक्कन नहीं रहने के कारण मैदान के अंदर पॉलीथिन सहित अन्य कचरा नाले में जाकर गिर रहा है. अगर ढक्कन समय रहते नहीं चढ़ाया गया, तो आनेवाले बरसात में मैदान का पानी नाले में नहीं जाकर मैदान में ही जमा रह जायेगा, जिससे लोगों को टहलने में काफी परेशानी होगी.ठेकेदार की लापरवाही नगरवासियों की सुविधा पर पड़ रही भारी : ठेकेदार की लापरवाही नगरवासियों की सुविधा पर भारी पड़ रही है. मैदान के सौंदर्यीकरण को लेकर ठेकेदार को इसका मेंटेनेंस करने के लिए जिम्मेवारी दी गयी थी. पांच वर्षों तक ठेकेदार को मैदान का मेंटेनेंस करना था. जबकि ठेकेदार द्वारा ऐसा नहीं किया जा रहा है. हालत यह है कि कई सामान को लोग तोड़ दे रहे हैं व गायब कर दे रहे हैं. वहीं, मैदान में पशुओं का खुलेआम जमावड़ा लगा रहता है. इसके बावजूद ठेकेदार इसकी देखभाल ठीक से नहीं कर रहा है. इस कारण करोड़ों रुपये का सौदर्यीकरण अब बेमानी साबित होते जा रहा है. निर्माण एजेंसी के अधिकारियों द्वारा भी ठेकेदार पर कार्रवाई नहीं की जा रही है. वहीं, जिला प्रशासन द्वारा भी ठेकेदारी पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं की जा रही है. लोगों की सुविधा के प्रति प्रशासन काफी असंवेदनशील बना हुआ है.
मैनहोल के लगभग 20 ढक्कन निकाल कर ले गये चोर : मैदान में बनाये गये पानी निकासी के लिए पानी के पाइप में लगे मैनहोल लगभग 20 ढक्कन को चोरों द्वारा चोरी कर लिया गया है. इस कारण टहलनेवाले लोगों को काफी सुविधा हो रही है .मैनहोल में गिर जाने का भय बना रह रहा है. कई लोग इसमें गिर भी जा रहे हैं. फिर भी प्रशासन मूकदर्शक बनकर देख रहा है.गायब हो गये हैं विकास की बात करनेवाले लोग : शहर में कुछ ऐसे तत्व हैं ,जो सांसद एवं विधायक द्वारा विकास नहीं करने की बात करते रहते हैं, पर जब विकास होने लगता है, तो इसके विरुद्ध धरना प्रदर्शन भी करते हैं. अब इस मैदान का सौदर्यीकरण किया गया है .कई चीजे तोड़ी जा रही हैं एवं गायब की जा रही हैं. ऐसे में इसके बचाव के लिए ऐसे तत्वों को आगे आना चाहिए था, पर ऐसे तत्व आगे नहीं आ रहे हैं. क्योंकि उन्हें तो अपना धंधा करना है. निर्माण करानेवाली एजेंसी एनटीपीसी भी उदासीन हो चुकी है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है