कोईलवर.
रविवार की देर रात से सोमवार सुबह तक इंद्रपुरी डैम से छोड़ा गया पानी सोमवार की शाम तक कोईलवर पहुंच गया. सोमवार और मंगलवार की मध्य रात्रि लगभग एक बजे सोन इस वर्ष के अपने उच्चतम प्रवाह पर था. हालांकि घंटे भर के ठहराव के बाद सोन नदी में पानी घटना भी शुरू हो गया. मंगलवार की देर शाम तक सोन प्रति घंटे 10 सेंटीमीटर के हिसाब से लगातार घट रहा था. उक्त जानकारी कोईलवर स्थित केंद्रीय जल आयोग के कार्यालय से प्राप्त हुई. केंद्रीय जल आयोग के कोईलवर कार्यालय में मौजूद कर्मी ने बताया कि सोमवार की सुबह से ही सोन नदी के प्रवाह में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही थी. दोपहर होते-होते इसमें इजाफा होने लगा, जिसके बाद सोमवार की देर रात तक लगातार पानी बढ़ता गया, जो प्रति घंटे की रिकॉर्ड में दर्ज किया गया. सोमवार-मंगलवार की मध्य रात्रि सोन नदी का प्रवाह 54.300 मीटर पर जाकर रुक गया. यह इस साल का अबतक का उच्चतम प्रवाह है. उसके बाद से सोन नदी का पानी धीरे-धीरे घट रहा है. घटने की गति 10 सेंटीमीटर प्रति घंटे है. मंगलवार की शाम छह बजे तक सोन नदी का लेवल 52.56 मीटर था, जो कि खतरे के निशान से तीन मीटर नीचे था और लगातार घट रहा था. यहां यह बता दें कि कोईलवर में सोन नदी का वार्निंग लेवल 54.52 मीटर है. जबकि डेंजर लेवल 55.52 मीटर है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है