कोईलवर.
पिछले दो हफ्ते से अधिक से भोजपुर जिले में चल रहा जाम का झाम फिलहाल थम गया है. इस वजह से लोगों ने फिलहाल राहत की सांस ली है. शुक्रवार को जिले के सोन नद के तटवर्तीय इलाके में यातायात सुगम रहा. जाम से निजात को लेकर भोजपुर पटना और सारण जिले के यातायात संधारण को लेकर प्रशासनिक पहल काम आयी. बालू लदे ट्रकों ने पटना, भोजपुर और सारण के बालू लेकर जाने वाले रूट को अघोषित रूप से अरेस्ट कर दिया था. अंततः पटना, भोजपुर और सारण के आलाधिकारी सड़क पर उतरे और यातायात को लेकर माथापच्ची की. तीनों जिलों के आलाधिकारियों ने आपसी समन्वय से अपने अपने इलाके में यातायात संधारण को लेकर विमर्श किया और उसे अमलीजामा पहनाने की ओर कदम बढ़ाया. इसी कड़ी में प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा और पटना डीएम चन्द्रशेखर तीन दिन पहले बिहटा पहुंचे और स्थानीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये. बिहटा की ओर से वाया कोइलवर डोरीगंज और बक्सर की ओर जाने वाले ट्रकों को आइआइटी बिहटा और एचपीसीएल के पास सुबह के आठ बजे से रात के आठ बजे तक रोका जा रहा है जिससे कोईलवर सिक्सलेन पुल पर अनावश्यक दबाव नही बने. वहीं बीते 18 नवंबर को डीएम सारण ने सारण जिले में यातायात संधारण के लिए आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया. इसी दौरान एनएचएआइ के अधिकारियों ने जांच कर पिछले दो साल से बंद पड़े बिशुनपुर रेलवे फ्लाइओवर को चालू करने का निर्दश दिया. बिशुनपुर फ्लाइओवर चालू होते ही भोजपुर की ओर से आ रही बालू लदे ट्रकों की रफ्तार बढ़ी जिसका फायदा भोजपुर को मिला और बबुरा से चांदी तक का जाम तेजी से खतम हो सका. इधर भोजपुर में लग रहे जाम को लेकर जिलाधिकारी भोजपुर और एसपी भोजपुर ने दिशा निर्देश देते हुए मातहत अधिकारियों को सड़क पर उतारा. खनन पदाधिकारी, डीटीओ, एमवीआइ, सदर एसडीपीओ, एसडीओ समेत अन्य बड़े पदाधिकारी उतरे और जाम से निबटने को लेकर कमर कसी. साथ ही उत्तरप्रदेश जाने वाली गाड़ियों को वाया दलसागर बक्सर और उत्तर बिहार जाने वाली गाड़ियों को वाया डोरीगंज सारण जाने का निर्देश जारी किया. अंततः प्रशासनिक पहल रंग लाया और तीनों जिलों को फिलहाल जाम से राहत मिल गया है. इधर प्रशासनिक पहल से मिली जाम से निजात मिलने पर लोगों ने राहत की सांस ली है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है