भाकपा माले राज्य कमेटी सदस्य व इंसाफ मंच के राज्य सचिव क्यामुद्दीन अंसारी ने कहा कि आरा की खेती चौपट होने के कगार पर है. धान की खेती के लिए रोपनी का समय है और आरा की सोन नहर सूखी है. वर्षा नहीं होने से खेती-किसानी खतरे में है. माले नेता ने कहा कि खेती के इस मौसम में अब तक सोन नहर में पानी नहीं छोड़ना बिहार सरकार की खेती और किसानी के प्रति लापरवाही व नाकामी के संकेत हैं. क्यामुद्दीन अंसारी ने कहा कि नीतीश सरकार मध्य प्रदेश से अपने कोटे का पानी नहीं मांग पा रही है. उन्होंने भाजपा विधायक अमरेंद्र प्रताप सिंह पर आरोप लगाया कि वे इस खेती-किसानी के मौसम में चुप हैं तथा सो गये हैं, जबकि आरा प्रखंड की प्रायः सभी सरकारी बोरिंग बंद हैं. इसमें जमीरा, अलीपुर सहित कई गांवों की बोरिंग की दीवार ढह गयी है. अधिकतर बोरिंग की मोटर जल गयी हैं और विधायक अमरेंद्र प्रताप सिंह क्षेत्र से गायब हैं. उन्होंने बिहार सरकार और नहर विभाग के अधिकारी से मांग की कि यथाशीघ्र सोन नहरों में पानी छोड़ें तथा सभी सरकारी बोरिंग की जली हुई मोटर को बदल कर बोरिंग चालू की जाये.
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