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लगातार हो रही बारिश एवं गंगा नदी के ऊपरी जल ग्रहण क्षेत्र में बढ़ रहे पानी के स्तर के कारण जिले में भी गंगा नदी में पानी काफी तेजी से बढ़ रहा है. इससे जिले के उत्तरी क्षेत्र में बाढ़ का भय सता रहा है. हालांकि अभी तक गंगा में कटाव को लेकर कोई खास प्रबंध नहीं किया गया है. जबकि पानी लगातार बढ़ रहा है. चारे, दवा, सुरक्षित स्थल का भी चयन नहीं किया गया है. कई बार हालात ऐसे होते हैं कि बाढ़ आने पर आनन-फानन में व्यवस्था करने का प्रयास किया जाता है, जो आधा अधूरा रह जाता है. लोगों को उसका लाभ नहीं मिल पाता है. बाढ़ आने पर दियारा क्षेत्र के 300 से अधिक गांव होते हैं प्रभावित : गंगा नदी में बाढ़ आने पर जिले के उत्तरी क्षेत्र के 300 से अधिक गांव प्रभावित होते हैं. अधिक बाढ़ आ जाने पर स्थिति काफी भयावह हो जाती है. गांव के लोगों को गांव छोड़कर दूसरे ऊंचे स्थानों पर जाना पड़ता है. इसमें लोगों को परेशानी तो होती ही है. पशुओं को भी काफी परेशानी होती है. अनाज, कपड़ा सहित पशुओं के लिए चारे के लाले पड़ जाते हैं. फसलें बर्बाद हो जाती हैं. बड़हरा कोईलवर, बिहिया एवं शाहपुर के गांव गंगा नदी में बाढ़ से प्रभावित होते हैं.सुबह में 52.69 सेमी था गंगा नदी का जल स्तर : गंगा नदी में बढ़ रहे पानी के कारण आठ अगस्त की सुबह में 52.69 सेंटीमीटर गंगा नदी का जलस्तर था. जबकि खतरे का निशान 53.08 सेमी पर होता है. इसे लेकर बाढ़ नियंत्रण के कार्यपालक अभियंता संजीव कुमार ने बताया कि पानी तेजी से बढ़ रहा है. शाम में 6:30 बजे के बाद फिर अपडेट किया जायेगा.
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