कटी छोटी आंत व बच्चेदानी से पीड़ित महिला ने तोड़ा दम, हंगामा
गर्भपात के दौरान डॉक्टर ने महिला की छोटी आंत व बच्चेदानी काट दी थी
आरा.
शहर के नवादा थाना क्षेत्र के महावीर टोला स्थित निजी अस्पताल में गर्भपात के दौरान डॉक्टर ने महिला का छोटी आंत व बच्चेदानी काट दी थी, जिससे पीड़ित महिला का इलाज के दौरान सोमवार को सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में मौत हो गयी. इस घटना को लेकर लोगों के बीच अफरा-तफरी मच गयी. जानकारी के अनुसार मृतका मुफस्सिल थाना क्षेत्र के धुंधुआं गांव निवासी इंद्रजीत कुमार की 25 वर्षीया पत्नी ज्योति कुमारी है. मृतका की मौत के बाद उसके परिजन एवं स्थानीय लोगों का आक्रोश भड़क गया और वे आरोपित डॉक्टर की गिरफ्तारी व मुआवजे की मांग को लेकर महावीर टोला स्थित निजी अस्पताल के समीप शव को सड़क के बीचों-बीच रख सड़क जाम करते हुए हंगामा कर दिया. सड़क जाम के दौरान उनके द्वारा डॉक्टर एवं पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गयी. आक्रोशित लोगों द्वारा करीब डेढ़ घंटे तक सड़क को जाम रखा गया. इससे काफी समय तक शहर का आवागमन बाधित रहा. वहीं सड़क जाम की सूचना पाकर नवादा थाना में कार्यरत दारोगा मो शरफुद्दीन एवं महिला दारोगा खुशबू कुमारी पुलिस बल के साथ वहां पहुंची और मृतका के आक्रोशित परिजन एवं स्थानीय लोगों को समझा-बूझाकर जाम को हटवाया. इसके पश्चात पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में करवाया. इधर मृतका के पति इंद्रजीत कुमार ने बताया कि उनकी पत्नी ज्योति कुमारी गर्भवती थी. बीते माह के 26 अक्टूबर की सुबह जब वह शौच करने के लिए जा रही थी, तभी घर में ही गिर पड़ी, जिसके कारण उसके पेट में तेज दर्द होने लगा. इसके बाद उसने गांव के ही ग्रामीण चिकित्सक से उसे दिखाया. जो महावीर टोला स्थित निजी अस्पताल में लेकर आया, जहां चिकित्सक ने कहा कि पेट में रहा बच्चा खराब हो गया है. आपकी पत्नी का गर्भपात कराना पड़ेगा. इसके बाद डॉक्टर ने अबॉर्शन के दौरान उसकी छोटी आंत व बच्चेदानी को काट दी, जिसके कारण महिला की हालत काफी नाजुक हो गयी. इसके बाद डॉक्टर ने उसे धनुपरा स्थित निजी अस्पताल में भर्ती करया और इलाज का पूरा खर्चा देने को राजी हुआ. इसके बाद उक्त डॉक्टर वहां से भाग निकला. इसके बाद परिजन उसे इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल ले आए. जहां से प्राथमिक उपचार करने के बाद उसकी हालत को चिंताजनक देखते हुए पटना रेफर कर दिया गया था, लेकिन आर्थिक स्थिति ठीक ना होने के कारण परिजन उसका इलाज सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में ही कर रहा थे, जहां 12 दिन इलाज चलने के बाद सोमवार को उसने दम तोड़ दिया. इस घटना के बाद मृतका के परिजन ग्रामीण चिकित्सक एवं महावीर टोला स्थित निजी अस्पताल के चिकित्सक को तुरंत गिरफ्तार करने एवं मुआवजा देने की मांग को लेकर हंगामा किये. बताया जाता है कि मृतका को सिर्फ एक वर्ष की एक पुत्री सौम्या है. घटना के बाद मृतका के घर में कोहराम मच गया है. इस घटना के बाद मृतका के परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है