कोईलवर.
प्रखंड में विशेष भूमि सर्वेक्षण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. प्रक्रिया के पहले चरण में कर्मियों द्वारा प्रखंड की विभिन्न पंचायतों में ग्रामसभा का आयोजन कर लोगों को सर्वे से जुड़ी जानकारियां दी जा रही हैं. उन्हें सर्वे से जुड़े आवश्यक दस्तावेजों को जुटाने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिये जा रहे हैं. साथ ही रैयतों के विभिन्न सवालों का जवाब भी ग्रामसभा के जरिये दिया जा रहा है, लेकिन इससे इतर अगर उन्हें शिविर में जाना हो, तो उनके पसीने छूट जा रहे हैं. कारण है कि प्रखंड में भूमि सर्वेक्षण के लिए जो कार्यालय बनाया गया है, वह प्रखंड मुख्यालय से 10 किमी दूर वीरमपुर पंचायत भवन में बनाया गया है. बीरमपुर पंचायत भवन में बनाये गये भूमि सर्वेक्षण शिविर तक जाने में लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. कई लोगों को पैदल उतनी दूर पहुंचना पड़ रहा है. मुख्य सड़क से तीन किमी पैदल चल पहुंच रहे लोग : बीरमपुर पंचायत भवन प्रखंड मुख्यालय से 10 किमी दूर है. यहां जाने के लिए प्रखंड के लोगों को गीधा या कायमनगर आना पड़ रहा है, जहां से शिविर की दूरी तीन किलोमीटर है. जिनके पास अपना वाहन हैं, वे तो किसी तरह पहुंच जा रहे हैं. बाकी लोगों को यह दूरी पैदल तय करनी पड़ रही है. कारण है कि कायमनगर-वीरमपुर-केशोपुर पथ की स्थिति काफी जर्जर है. कायमनगर और वीरमपुर के बीच के गांव में सड़क पर जलजमाव की स्थिति है. इस वजह से इस सड़क पर कोई भी सवारी गाड़ी नहीं चल रहा है.नतीजतन कायमनगर की ओर से आनेवाले लोगों को उसी गंदे पानी में घुसकर तीन किमी पैदल चलकर शिविर तक पहुंचना पड़ रहा है. जबकि गीधा की ओर से आनेवाले लोगों को गीधा औद्योगिक क्षेत्र की ओर से पैदल ही यहां पहुंचना पड़ रहा है. इधर प्रखंड के अन्य इलाकों से इस शिविर की दूरी की बात करें तो प्रखंड के सुदूर दक्षिणी कोने के जोकता और जलपुरा पंचायत से इसकी दूरी 18 किमी है. जबकि प्रखंड के उत्तरी कोने के बिन्दगांवा, राजापुर, महादेवचक, पंचरुखिया के दियारा इलाके से इसकी दूरी लगभग 20 किमी है. सबसे बड़ी समस्या ये है कि इन जगहों से शिविर तक पहुंचने के लिए कोई सीधी सवारी भी नहीं मिलती.
ग्रामीण बोले, हो रही परेशानी : सोमवार की दोपहर महादेवचक दियारे से बीरमपुर स्थित शिविर पहुंचे किसान सुबोध सिंह ने बताया कि घर से पैदल चलकर राजापुर पहुंचे, जहां से ऑटो पकड़कर पहले प्रखंड कार्यालय पहुंचे. फिर वहां से दूसरी ऑटो पकड़ कायमनगर आये. वहां से तीन किमी से अधिक की दूरी जर्जर और जलजमाव वाले सड़क पर पैदल चलकर लगभग तीन घंटे में यहां तक पहुंचे हैं. वहीं, जलपुरा के सलेमपुर से बीरमपुर पहुंचे किसान नीतीश और अनीस ने बताया कि बाइक से 16 किमी की दूरी तय कर यहां तक पहुंचे हैं. सड़क की स्थिति और भोगौलिक रूप से मुख्य सड़क से काफी दूर यहां तक पहुंचने में काफी परेशानी हो रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है