सदर अस्पताल के लिपिक व एक्स-रे कक्ष के ऑपरेटर के बीच मारपीट में प्राथमिकी दर्ज
दोनों पक्षों ने थाने में एक-दूसरे के विरुद्ध लिखित आवेदन देकर दर्ज करायी प्राथमिकी
आरा.
सदर अस्पताल के एक्स-रे कक्ष में गुरुवार को उपाधीक्षक कार्यालय के लिपिक एवं एक्स-रे विभाग के ऑपरेटर के बीच मारपीट के मामले ने तूल पकड़ लिया है. इस मामले में दोनों पक्षों द्वारा एक-दूसरे के विरुद्ध थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. दोनों पक्षों के आवेदन के आधार पर पुलिस ने गुरुवार को ही नगर थाना में केस रजिस्टर्ड कर लिया. सदर अस्पताल के उपाधीक्षक कार्यालय के लिपिक द्वारा मारपीट करने, सरकारी कार्य में बाधा डालने एवं गले में सोने की चेन छीनने का आरोप लगाया है, जिसमें उन्होंने एक्स-रे कक्ष के ऑपरेटर रितिक कुमार सिंह व ब्रजेश सिंह के साथ चार-पांच अज्ञात के विरुद्ध केस दर्ज कराया है. वहीं, एक्स-रे कक्ष के ऑपरेटर रितिक कुमार सिंह द्वारा 50 हजार रुपये रंगदारी मांगने, मारपीट कर सोने की चेन छीनने का आरोप लगाया है. उसने सदर अस्पताल के क्लर्क को नामजद तथा 6-7 अज्ञात को आरोपित बनाया है. सदर अस्पताल के उपाधीक्षक कार्यालय के लिपिक सत्य प्रकाश यादव द्वारा दिये गये आवेदन में कहा गया है कि 12 फरवरी को अपराह्न करीब 12 से एक बजे के बीच इलाज के लिए अपने एक करीबी को लेकर ओपीडी में गया. वहां कार्यरत चिकित्सक द्वारा एक्स-रे लिखा गया. एक्स-रे करवाने के लिए जब वे एक्स-रे विभाग में गये, तो वहां कार्यरत स्टॉफ रितिक कुमार सिंह द्वारा कहा गया कि अभी आपका एक्स-रे नहीं होगा, चाहे आप सिविल सर्जन या उपाधीक्षक के ही स्टॉफ क्यों नहीं हो. साथ ही गाली देते हुए रितिक कुमार सिंह एवं ब्रजेश सिंह द्वारा मारपीट की गयी और गले से सोने का चेन निकाल लिया गया. इसकी सूचना उन्होंने मौखिक रूप में सीएस, उपाधीक्षक, डीपीएम एवं अस्पताल प्रबंधक से की,. लेकिन कार्रवाई नहीं हुई. वहां से आने के बाद कार्यालय में बॉण्ड एवं संविदा चिकित्सक का विपत्र तैयार कर रहा था, तो अधीक्षक द्वारा हस्ताक्षर की गयी प्रति को रितिक कुमार सिंह एवं ब्रजेश सिंह द्वारा फाड़ दिया गया एवं सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाया गया. वहीं दूसरे पक्ष के उदवंतनगर थाना क्षेत्र के जीरो माइल निवासी रितिक कुमार सिंह ने दर्ज प्राथमिकी में कहा है कि एक्स-रे विभाग में ऑपरेटर के पद पर कार्यरत हैं. 12 फरवरी को करीब 11 बजे वह अपने कक्ष में काम कर रहे थे. तभी सदर अस्पताल के क्लर्क सत्य प्रकाश यादव कुछ अज्ञात लोगों के साथ आए और जबरदस्ती एक्स-रे रूम में घुसने के प्रयास करने लगे. सिक्युरिटी गार्ड ने उन्हें रोका. बावजूद इसके सभी एक्स-रे रूम में प्रवेश कर गये. कहने लगे कि मेरे आदमी का पहले एक्स-रे करो, नहीं तो तुम्हारा हाथ-पैर तोड़ देंगे. मैंने उनसे कहा कि अभी दूसरे मरीज का एक्स-रे हो रहा है. थोड़ा इंतजार कर लीजिए. इसके बाद सत्य प्रकाश यादव ने मेरे साथ मारपीट की और एक्स-रे मशीन वगैरह तोड़फोड़ दिये. इस दौरान मेरे गले से सोने का चेन छीन लिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है