कोईलवर.
देशभर के पुलिस कर्मियों के बलिदान और देश के लिए किये गये उनके अप्रतीम योगदान के सम्मान में कोईलवर स्थित रैपिड एक्शन फोर्स के 114वीं बटालियन में पुलिस स्मृति दिवस का कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस दौरान बटालियन के कमांडेंट अश्विनी कुमार झा ने शहीद स्थल पर पहुंच बल के कर्मियों व अधिकारियों के साथ स्मारक पर पुष्पचक्र समर्पित किया. अन्य पदाधिकारी व बल के जवानों ने भी अपने साथी जवानों की याद में उन्हें फूल माला चढ़ाया व उन्हें अपनी ओर से श्रद्धांजलि दी. इधर इससे पहले रैपिड एक्शन फोर्स के 114वीं बटालियन के मुख्यालय कैंपस में आयोजित पुलिस स्मृति दिवस के मौके पर शहीद स्थल पर मातमी धुन बजाया गया, जिसके बाद बारी बारी से सभी पदाधिकारियों ने शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र समर्पित किये. इसके बाद बल के सभी जवानों ने भी अपनी पुष्पांजलि अर्पित की एवं उन्हें गार्ड ऑफ हॉनर दिया गया. इस मौके पर बल के अधिकारियों व जवानों को संबोधित करते हुए कमांडेंट अश्विनी कुमार झा ने कहा कि आज का दिन भारतीय पुलिस के इतिहास में एक विशेष महत्व रखता है. आज ही के दिन सीआरपीएफ के जवानों ने लद्दाख के हॉट स्प्रिंग इलाके में चीनी सेना का बहादुरी से सामना किया और अपने प्राणों की आहुति दी. उन बहादुर सैनिकों की शहादत को याद करते हुए हमें उनके बलिदान से प्रेरणा लेते हुए हमें भी अपने देश सेवा में सर्वोच्च समर्पण का संकल्प लेना चाहिए. उन्होंने बताया कि जनवरी 1960 में पुलिस महानिरीक्षकों के वार्षिक सम्मेलन में 21 अक्टूबर को प्रतिवर्ष पुलिस दिवस के रूप में मनाये जाने का निर्णय लिया गया, तभी से हर साल यह दिन देश भर के शहीद पुलिसकर्मियों की याद में मनाया जाता है. इस दौरान देश के वीर सैनिकों और उनके परिजनों को भी कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने याद करते हुए देश के लिए समर्पित होने का आह्वान किया गया. इस अवसर पर द्वितीय कमान पदाधिकारी नीलम सरंगल, रत्नेश्वर कुमार, डिप्टी कमांडेंट राणा नवीन, जितेंद्र सिंह, सहायक कमांडेंट ओम प्रकाश कगट, एसएमओ डा. वर्षा सैनी समेत अन्य अधिकारी व मो आज़म, किशोरी शरण, विकास चौधरी, शशिभूषण और अन्य जवान मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है