दस माह पूर्व लापता युवक के मामले में जांच को लेकर दूसरी बार भोजपुर पहुंची सीबीआइ की टीम
दस माह पूर्व बाइक समेत लापता युवक के मामले की जांच के लिए शुक्रवार को दूसरी बार सीबीआइ की टीम भोजपुर पहुंची. जो शनिवार को भी कई बंदुओं पर अनुसंधान किया.
आरा.
दस माह पूर्व बाइक समेत लापता युवक के मामले की जांच के लिए शुक्रवार को दूसरी बार सीबीआइ की टीम भोजपुर पहुंची. जो शनिवार को भी कई बंदुओं पर अनुसंधान किया. सीबीआइ के ज्वाइंट डायरेक्टर राजीव रंजन के नेतृत्व में आठ सदस्यीय टीम ने इस मामले कि जांच की. सीबीआइ उदभेदन के करीब पहुंच गयी है. सीबीआइ की टीम सिन्हा ओपी के महुली गंगा नदी घाट एवं बड़हरा के कोल्हरामपुर जाकर जायजा लिया. कोल्हरामपुर में लापता युवक के परिजनों से विभिन्न बिंदुओं पर पूछताछ की. इस दौरान लड़के की बड़ी बहन और बहनोई से भी पूछताछ की गयी, जो बोकारो में रहते हैं. बुलाकर उनसे पूछताछ की गयी. इसके अलावा छोटी बहन से भी पहले पूछताछ हो चुकी है. वहीं सीबीआइ की टीम ने लड़का और लड़की के दोस्तों को भी बुलाकर बारी- बारी से पूछताछ की. इसके अलावा केस के तत्कालीन अनुसंधानकर्ता सिन्हा ओपी के दारोगा चंद्रशेखर चौधरी से भी पूछताछ कर जानकारी हासिल की.महूली गंगा नदी घाट व कोल्हरामपुर भी गयी सीबीआइ :
एक बार फिर एक साल पहले लापता युवक के मामले में जांच के लिए सीबीआइ की आठ सदस्यीय टीम शनिवार कोसिन्हा थाना क्षेत्र के महुली गंगा नदी घाट पर पहुंची. टीम ने महुली घाट के पास विभिन्न बिंदुओं पर जांच पड़ताल किया. वहीं इस मामले में केस के अनुसंधानकर्ता सब इंस्पेक्टर चंद्रशेखर चौधरी से भी पूछताछ कर जानकारी ली. इसके बाद सीबीआइ की टीम लापता युवक के गांव बडहरा के कोल्हरामपुर पहुंची. वहां लापता युवक के पिता से पूछताछ की. हाइकोर्ट के निर्देश पर 28 फरवरी 2024 को सीबीआइ में 3 (एस) 2024 को रजिस्टर हुआ था. इस मामले में सीबीआइ ने 1 मार्च 2024 से जांच शुरू कर दिया. कांड के अनुसंधानकर्ता सीबीआइ के अफसर सुनील कुशवाहा हैं.बिहार पुलिस जहां नहीं गयी, वहां पहूंची सीबीआइ :
सीबीआइ के ज्वाइंट डायरेक्टर राजीव रंजन के नेतृत्व में आठ सदस्यीय टीम शनिवार को दूसरी बार बड़हरा के कोल्हरामपुर गांव पहुंची. टीम के पहुंचने से लापता युवक के पिता राजेश राय परिजनों में न्याय की उम्मीद जग गयी. बताया जाता है कि स्टेट पुलिस के ढुलमुल रवैया के कारण परिजन परेशान थे. सीबीआइ को केस मिलने से परिजनों में न्याय की उम्मीद जग गयी.हाइकोर्ट के निर्देश पर केस हुआ था दर्ज :
बडहरा के कोल्हरामपुर गांव निवासी लापता युवक कमलेश राय का मामला हाइकोर्ट के निर्देश पर 28 फरवरी 2024 को सीबीआई में 3(एस)2024 को रजिस्टर हुआ था. इस मामले में सीबीआई ने 1 मार्च से जांच शुरू कर दिया. इसी कड़ी में सीबीआइ की टीम शुक्रवार को बिहार झारखंड के ज्वाइंट डायरेक्टर राजीव रंजन के नेतृत्व में आरा पहुंची. जो दो दिनों तक अनुसंधान में लगी रही.क्या है मामला :
ज्ञातव्य हो कि 13 जुलाई 2023 को बड़हरा थाना क्षेत्र के कुलरामपुर गांव निवासी राजेश राय का 30 वर्षीय पुत्र कमलेश कुमार आरा के मौलाबाग निवासी अपनी दादिया सास के अंतिम संस्कार में भाग लेने के लिए बाइक द्वारा महुली गंगा नदी घाट गया था. जहां शाम 4 बजे अपने रिश्तेदार से यह कह कर चला कि हमको बड़हरा जाना है. लेकिन परंतु रात तक वापस नहीं आया. उसका मोबाइल भी बंद बता रहा था. इस संबंध में 14 जुलाई 2023 को लापता युवक के पिता राजेश राय द्वारा सिन्हा ओपी में लिखित आवेदन देकर मामला दर्ज कराया गया था. लेकिन लापता युवक का कुछ सुराग नहीं मिल पाया. इस मामले को लेकर लापता युवक के परिजन द्वारा हाइकोर्ट में गुहार लगायी गयी. हाइकोर्ट के निर्देश पर सीआरडब्ल्यूजेसी 2026/2023 राजेश राय बनाम बिहार स्टेट मामला सीबीआइ को जांच के लिए दिया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है