तापमान गिरने से बीमार पड़ रहे लोग
आम से लेकर खास तक का हुआ बुरा हाल, लोगों की बदली दिनचर्या
आरा.
पारा गिरने के साथ ही विगत चार दिनों से बढ़े ठंड से पूरा जिला कांपने लगा है. सुबह-शाम कौन कहे लोग अब दिनभर गर्म कपड़ों में लिपटे दिखने लगे हैं. शुक्रवार के दिन जिले का अधिकतम तापमान 23 डिग्री तो न्यूनतम तापमान 8 डिग्री दर्ज किया गया. हालांकि दिन में बाहर में तेज धूप होने से बुढ़े और बच्चों को अभी काफी राहत मिल रही है. वहीं, मौसमी बीमारी की चपेट में भी काफी संख्या में लोग आ रहे हैं. हालात यह है कि सदर अस्पताल सहित अन्य सरकारी अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ गयी है. अस्पतालों में प्रतिदिन मरीजों की संख्या बढ़ते जा रही है. ठंड एवं कनकनी में प्रतिदिन हो रही है बढ़ोतरी : जिले में ठंड एवं कनकनी में प्रतिदिन बढ़ोतरी हो रही है. इस कारण लोगों की परेशानी भी बढ़ रही है. लोगों की दिनचर्या बदल गयी है. सुबह में टहलनेवालों की संख्या काफी कम दिखाई दे रही है. सुबह छह से सात बजे तक लोग रजाई में ही दुबके के रह रहे हैं. बाहर नहीं निकल रहे हैं ताकि ठंड से बचा जा सके. बच्चे एवं बुड्ढे हैं अधिक परेशान : कंपकपा रहे ठंड से वैसे तो सभी परेशान हैं, पर बच्चे एवं बूढ़ों को अधिक परेशानी हो रही है उनके लिए काफी समस्या है. कई तरह की बीमारियों का भय बना हुआ है. जिनको दम्मा है,उनके लिए और भी अधिक खतरे की स्थिति है. प्रतिदिन औसत 50 मरीजों की हो गयी है बढ़ोतरी : ठंड का प्रकोप इस तरह बढ़ गया है कि सदर अस्पताल में प्रतिदिन औसत 50 मरीजों की बढ़ोतरी हो गयी है. सामान्य दिनों में प्रतिदिन लगभग ढाई से 300 मरीज निबंधन कराते हैं. जबकि अभी औसत 50 प्रतिदिन अधिक निबंधन करा रहे हैं. अस्पताल प्रबंधन द्वारा इसके लिए कोई विशेष व्यवस्था नहीं की गयी है. इससे मरीजों को काफी परेशानी हो रही है. इन बीमारियों का लोग हो रहे शिकार : ठंड के प्रकोप के कारण लोग सामान्य रूप से बुखार, खांसी, बहती या भरी हुई नाक, गला खराब होना, सिरदर्द, शरीर में दर्द जैसी बीमारियों के शिकार हो रहे हैं. ठंड में किसी तरह की परेशानी से बचने के लिए सावधानी की है आवश्यकता : ठंड में किसी तरह की परेशानी से बचने के लिए लोगों को सावधान रहने की आवश्यकता है. इसे लेकर सदर अस्पताल के एसीएमओ डॉ केएन सिंह ने बताया कि थर्मल कपड़े पहनकर शरीर को गर्म रखें. इसके अलावा, ऊनी जैकेट, शॉल, स्वेटर, दस्ताने, मफलर और वूलन सॉक्स पहनें. गर्म भोजन, गर्म दूध, चाय, कॉफी, गर्म पानी, और ग्रीन टी पीने से शरीर में गर्मी आती है. हरी सब्जियां खाने से शरीर को पोषण मिलता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. वहीं अदरक का इस्तेमाल करने से शरीर गर्म होता है और पाचन क्रिया भी अच्छी होती है. च्यवनप्राश में 55 तरह की जड़ी-बूटियां होती हैं, जो फेफड़ों को संक्रमण और बुढ़ापा आने से रोकती हैं. ठंड के दिनों में कानों को हमेशा ढंकना चाहिए. स्वस्थ रहने के लिए नींद बहुत जरूरी है. ठंड लगने पर पैरासिटामोल, एसिटामिनोफ़ेन या इबुप्रोफ़ेन जैसी दवाएं लें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है