19 जून तक गर्मी से राहत की उम्मीद नहीं
शाम 6:00 बजे तक पछुआ के झोंकों से चलना हो रहा है मुश्किल
आरा. मार्च महीने से ही धरती और आसमान तप रहे हैं. सूरज की किरणों के ताप से लोग झुलस रहे हैं. प्रकृति के सामने लोगों को कोई उपाय भी नहीं लग रहा है. पर्यावरण असंतुलन वाली स्थिति बन गयी है. लोग त्राहिमाम कर रहे हैं. मजबूरी में ही घर से निकल रहे हैं अन्यथा घर में ही दुबके रह रहे हैं.
शाम 6:00 बजे तक पछुआ के झोंकों से चलना हो रहा है मुश्किल :
हालत ऐसी है की सुबह 7:00 बजे ही तापमान असहनीय हो जा रहा है. बाहर निकलने पर पूरा शरीर जलने लगा रहा है. वहीं, पूरे दिन तो भगवान सूर्य के ताप से लोग त्राहिमाम कर ही रहे हैं. शाम 7:00 बजे तक लू चल रही है. इस समय भी लू के ताप को लोगों की सहन करने की क्षमता नहीं हो रही है. पिछले कई दिनों से जिले का तापमान 43 से 44 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया जा रहा है, जबकि न्यूनतम तापमान 30 डिग्री तक रह रहा है. अभी 19 जून तक भीषण गर्मी से राहत नहीं मिलने की उम्मीद जतायी जा रही है. पौधारोपण करने की है आवश्यकता : लगातार बढ़ रही गर्मी एवं तापमान को लेकर लोग बेचैन हो रहे हैं. लोगों का कहना है कि वृक्षों की वर्षों से लगातार कटाई एवं नये पौधों को नहीं लगाने के कारण ऐसी स्थिति बनते जा रही है. यदि वृक्षों की कटाई इसी तरह जारी रहा, तो पर्यावरण असंतुलन इस कदर बढ़ जायेगा की जीवन पर खतरा उत्पन्न हो जायेगा. प्रतिवर्ष तापमान बढ़ रहा है. वृक्षों के नहीं रहने पर आगामी कुछ वर्षों में तापमान इतना बढ़ जायेगा की आदमी सहित अन्य पशु पक्षियों के जीवन पर भी खतरा उत्पन्न हो जायेगा. ऐसे में पौधारोपण आवश्यक है. पहले विज्ञान के आधार पर लोग प्राथमिकता के तौर पर पीपल, बर, पाकड़ व नीम के वृक्ष भी अन्य फलदार वृक्षों के साथ काफी संख्या में लगाते थे. लोगों का कहना है कि पीपल, बर, पाकड़ व नीम के वृक्ष जीवन के लिए काफी आवश्यक है. पीपल के पेड़ दिन-रात ऑक्सीजन देते हैं एवं कार्बन डाइऑक्साइड लेते हैं. वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड के कारण गर्मी बढ़ती है. जब पीपल के वृक्ष होंगे तो वातावरण से कार्बन डाइऑक्साइड की काफी मात्रा अपने में शोषण कर लेंगे. यही स्थिति बर, पाकड़ एवं नीम की है. ऐसे में अन्य फलदार वृक्षों के साथ इन वृक्षों को लगाना भी आवश्यक है, ताकि पर्यावरण संतुलन बना रहे. तापमान अधिक नहीं बढ़ सके.आगामी 19 जून तक 40 से 42 डिग्री सेल्सियस तापमान रहने की है संभावना : अभी गर्मी लोगों को और रूलायेगी. तापमान में कभी होने की संभावना नहीं है. आगामी 19 जून तक 40 से 42 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान एवं 30 से 32 डिग्री सेल्सियस के बीच में न्यूनतम तापमान रहने की संभावना बतायी जा रही है.
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