शहर के 11 से अधिक घाटों पर छठव्रती देंगे अर्घ
छठ महापर्व में महज 20 दिन रह गये हैं, पूजा को लेकर श्रद्धालुओं में दिखने लगी है सुगबुगाहट
आरा.
इस वर्ष नगर के 11 से अधिक छठ घाटों पर व्रती भगवान सूर्य को अर्घ देंगे. हालांकि पूर्व में आरा में लगभग 20 छठ घाट थे, लेकिन अतिक्रमण के कारण अब केवल 11 बच गये हैं. लोक आस्था का महापर्व जिले के लिए महत्वपूर्ण पर्व में से एक है. छठ में सफाई एवं शुद्धता का काफी महत्व होता है. प्रशासन को करनी होगी व्यवस्था : छठ व्रत के पहले प्रशासन को छठ घाटों की सफाई सहित अन्य तरह की व्यवस्था करनी होगी, ताकि छठ व्रतियों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो. छठ घाटों तक जानेवाली सड़कों की मरम्मत, घाटों पर प्रकाश की व्यवस्था एवं अन्य तरह की व्यवस्था करनी है. वहीं सभी मुहल्लों के सामाजिक एवं सांस्कृतिक संगठनों की बैठक कर उनसे भी सहयोग लेनी पड़ेगी. छठव्रतियों को सुविधाजनक तरीके से छठ व्रत संपन्न करने में किसी तरह की असुविधा नहीं हो. वहीं सूखे हुए तालाबों में पानी की व्यवस्था भी प्रशासन को करनी है. इन छठ घाटों पर काफी संख्या में पहुंचते हैं छठ व्रती : कलेक्ट्रेट छठ घाट नगर के महत्वपूर्ण छठ घाटों में एक है. इस छठ घाट पर काफी संख्या में छठ व्रती एकत्र होते हैं तथा भगवान सूर्य को अर्घ देते हैं. छठ घाट पर बाबू बाजार, मौला बाग, हरि जी का हाता ,महावीर टोला, गोला मोहल्ला, तरी मोहल्ला ,चौधरियाना सहित कई मोहल्ले के छठ व्रती पहुंचते हैं. इससे इस छठ घाट पर काफी भीड़ होती है. गांगी छठ घाट : गांगी छठ घाट भी नगर के प्रमुख छठ घाटों में है. इस छठ घाट पर भी काफी संख्या में छठ व्रती पहुंचते हैं तथा छठ व्रत को संपन्न करते हैं.गांगी नदी के किनारे स्थित छठ घाट पर कई मुहल्लों के लोग पहुंचते हैं. इस कारण काफी भीड़ की स्थिति बनती है. जिन मुहल्लों के छठ व्रती इस घाट पर पहुंचते हैं, उनमें गौसगंज, मीरगंज, सिंगही, छोटी सिंगही, सतपहाड़ी आदि मुहल्ले शामिल हैं. नहर छठ घाट : आरा डिहरी मेन केनाल में आरा लख से धनुपरा तक लगभग चार छठ घाट बनाये जाते हैं. इन छठ घाटों पर काफी संख्या में छठ व्रती पहुंचते हैं. इनमें अहीरपुरवा, नवादा, बहिरो, शिवपुर, आनंद नगर ,धरहरा सहित एक दर्जन से अधिक मोहल्ले शामिल हैं. पावरगंज छठ घाट : पावरगंज छठ घाट पर भी काफी संख्या में छठ व्रतियों की भीड़ होती है.इस छठ घाट पर तीन से चार मोहल्ले के छठ व्रती पहुंचते हैं तथा छठ व्रत करते हैं. नवीन पुलिस केंद्र छठ घाट पर जुटते हैं कई मुहल्लों के छठ व्रती : नवीन पुलिस केंद्र छठ घाट पर भी कई मोहल्लों के छठ व्रती छठ व्रत को लेकर पहुंचते हैं. काफी संख्या में भीड़ होती है. इन मुहल्ले में वशिष्ठ नगर, वशिष्ठपुरी, महाराणा प्रताप नगर, रामनगर, कश्यप नगर सहित लगभग एक दर्जन छोटे बड़े मुहल्ले के छठ व्रती पहुंचते हैं. चंदवा सूर्य मंदिर छठ घाट : नगर के प्रमुख छठ घाट में से एक चंदवा सूर्य मंदिर छठ घाट पर भी काफी संख्या में छठ व्रत करने को लेकर छठ व्रती पहुंचते हैं तथा भगवान सूर्य को अर्घ देते हैं. इस छठ घाट पर चंदवा, अवधपुरी, कृष्णा नगर, रामनगर आदि मोहल्ले के लोग छठ व्रत करने को लेकर पहुंचते हैं. पिछले वर्ष प्रशासन ने जिले में किये थे खतरनाक छठ घाटों को चिह्नित : नगर में प्रशासन द्वारा इन छठ घाटों को चिह्नित किया गया है खतरनाक छठ घाट. इसमें गांगी छठ घाट ,कलेक्ट्रेट तालाब छठ घाट ,पावरगंज छठ घाट.वहीं आरा सदर अनुमंडल में नगर के साथ 34 छठ घाटों को खतरनाक चिन्हित किया गया है. जिले में कुल 100 से अधिक छठ घाट हैं. आरा सदर अनुमंडल में खतरनाक छठ घाटों में कोईलवर प्रखंड के कोईलवर में टीवी सेनिटोरियम छठ घाट, बहियारा सूर्य मंदिर छठ घाट है.संदेश प्रखंड में : चिल्हौस रेपुरा छठ घाट, नानसागर छठ घाट, संदेश मंदिर छठ घाट, खोलपुर छठ घाट.सहार प्रखंड में : सहार छठ घाट, धौरी छठ घाट ,खैरा छठ घाट ,अंधारी छठ घाट, पेउर छठ घाट ,बरुही छठ घाटबड़हरा प्रखंड में : महुली छठ घाट ,मौजमपुर छठ घाट ,सोहरा छठ घाट, बलुआं छठ घाट, केवटिया छठ घाट ,पीपरा छठ घाट, मंझौली छठ घाट, हेमतपुर छठ घाट, सिन्हा छठ घाट, नेकनाम टोला छठ घाट, नथमलपुर छठ घाट, केशोपुर छठ घाट, बड़हरा छठ घाट , एकौना छठ घाट ,बबुरा छठ घाट.गड़हनी प्रखंड में : शिवपुर छठ घाट, गड़हनी बाजार छठ घाटअगिआंव प्रखंड में : मड़नपुर छठ घाट.उदवंतनगर प्रखंड में : बेलाउर छठ घाट.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है