फोरलेन हाइवे के मनभावन और सकड्डी मोड़ पर खराब पड़ी हैं स्ट्रीट लाइट, परेशानी

लाइटों के बूझे रहने से शाम होते ही पसर जाता है अंधेरा

By Prabhat Khabar News Desk | May 3, 2024 10:37 PM

कोईलवर . भोजपुर का प्रवेशद्वार कोईलवर में एनएच-922 पर अंधेरा पसरा रहता है. सोन नदी पर बने सिक्सलेन पुल पर अंधेरा होने के साथ कोईलवर में कोईलवर-आरा-बक्सर फोरलेन हाइवे और अंडरपास पर स्ट्रीट लाइट, हाइमास्ट लाइट लगी होने के बाद भी बूझी रहती हैं, लेकिन यह लाइट जले या नहीं जले इसकी जिम्मेवारी लेने वाला एनएचएआइ भी मौन धारण किये हुए है. जबकि कुल्हड़िया टॉल प्लाजा पर हाइवे पर चलने के लिए भारी और हल्के वाहनों से अलग-अलग टोल भी लिया जाता है. बावजूद इस टोल पर लगी स्ट्रीट और हाइमास्ट लाइट बूझी रहती है. वहीं, हाइवे पर बने सर्विस लेन, अंडरपास में अंधेरा पसरा रहता है. अंडरपास में अंधेरा होने से उक्त रास्ते से गुजरनेवाले लोगों को हमेशा किसी अनहोनी का डर सताता रहता है. चांदी गांव के उदय सिंह ने बताया कि पटना से लौट रहे थे, तो कोईलवर सिक्सलेन पुल पर अंधेरा पसरा हुआ था. जिले में प्रवेश करते ही अंधेरा कायम था. अंडरपास की भी सभी लाइट बूझी हुई थीं. ऐसा नहीं कि हाइवे पर स्ट्रीट लाइट नहीं लगी हुई है. वहीं, थाना मोड़ पर एक हाइमास्ट लाइट लगी हुई है, लेकिन हमेशा बंद रहती है. जबकि पटना से कोईलवर, धन्डीहा, बहियारा, फरहंगपुर, हरिपुर जानेवाले वाहनों की इसी मोड़ से बाएं मुड़ना होता है. वहीं, मनभावन मोड़ भी तीन मुहान है, जहां से छपरा जाने के लिए पटना से और आरा से आनेवाले वाहन मुड़ते हैं, लेकिन इस मोड़ और एक्सिडेंटल जोन पर ना स्ट्रीट लाइट है ना ही कोई हाइमास्ट है, जिससे अक्सर ही मनभावन मोड़ पर दुर्घटना होती रहती है. अबतक एक दर्जन लोग काल के गाल में समा चुके हैं. वहीं, कुछ ऐसे ही हालात सकड्डी मोड़ का है, नासरीगंज, सहार, संदेश, चांदी से आनेवाले वाहन आरा और एनएच-922 से होते हुए पटना और छपरा की ओर जाते हैं, लेकिन इस मोड़ पर भी एनएचएआइ के द्वारा हाइमास्ट और स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था नहीं है. मनभावन और सकड्डी मोड़ पर वाहनों की रफ्तार एक सौ किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से पार करती है. हालांकि दोनों मोड़ पर ट्रैफिक कंट्रोल के लिए पीली लाइट ब्लिंक करती है, लेकिन इसका असर किसी वाहन पर नहीं पड़ता है और फर्राटे से वाहन मोड़ को क्रॉस कर जाते हैं, जिससे कई बार दो वाहनों की जोरदार टक्कर भी हो जाती है. हर दिन 15-16 हजार वाहन आवागमन करते हैं : जानकारी मिली है कि टोल कंपनी द्वारा बिजली बिल के लाखों रुपये बकाया होने के कारण अधिकांश जगहों की बिजली काट दी गयी है. जबकि टोल प्रति वाहन तय रेट के अनुसार फीस कलेक्ट करती है. जानकारी के अनुसार कोईलवर-आरा-बक्सर फोरलेन हाइवे से और कोइलवर अंडरपास से प्रतिदिन पंद्रह से 16 हजार से अधिक हल्के, भारी वाहनों की आवाजाही होती है, जिनमें आरा-छपरा हाइवे, सकड्डी-नासरीगंज हाइवे से वाहनों का आवागमन होता है.

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